वास्तु शास्त्र में समृद्धि, उन्नति और समृद्धि के लिए कई नियम बताए गए हैं। वास्तु में हर दिशा का अपना महत्व है। वास्तु में देवी-देवताओं के चित्र और मूर्तियों को रखने के भी निर्देश और नियम दिए गए हैं।अगर इन नियमों को ध्यान में रखते हुए चित्र और मूर्तियां लगाई जाएं तो घर में सुख-समृद्धि और खुशियां आ सकती हैं। वास्तु में हनुमान जी की मूर्ति को स्थापित करने का महत्व और नियम बताया गया है। यदि वास्तु को ध्यान में रखते हुए हनुमान जी की तस्वीर लगाई जाए तो नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर कई समस्याओं से बचा जा सकता है और आपके परिवार में सुख, समृद्धि और प्रगति आती है। तो आइए जानते हैं कि हनुमान जी की मूर्ति या चित्र किस दिशा में लगाना चाहिए।
मुख्य द्वार पर लगाएं ऐसी मूर्ति-
वास्तु शास्त्र में पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाने का बहुत महत्व माना गया है। वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति या चित्र लगाना चाहिए। इससे आपके घर में किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा या बुरी शक्ति का प्रवेश नहीं होता है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में पंचमुखी हनुमान स्थित होते हैं उस घर के लोगों की प्रगति में कोई बाधा नहीं आती है और धन और धन में वृद्धि होती है।
दक्षिण दिशा में लगाएं हनुमान जी का ऐसा चित्र
वास्तु के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में लाल रंग का चित्र या हनुमान जी की मूर्ति को बैठे हुए आसन में लगाना चाहिए। इससे दक्षिण दिशा से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे आपके घर में सुख, समृद्धि और शांति आती है।
परिवार में प्यार और धार्मिक भावना के लिए
वास्तु के अनुसार घर के लिविंग रूम में भगवान श्री राम के चरणों में बैठे हनुमान जी की तस्वीर या श्री राम की पूजा या कीर्तन करते हुए हनुमान जी की तस्वीर लगानी चाहिए। इससे परिवार के सदस्यों के बीच सम्मान और आपसी सद्भाव की भावना बढ़ती है। इसके अलावा धार्मिक भावना भी जागृत होती है, जिससे आपके घर का माहौल सकारात्मक बना रहता है।