इससे पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली की राजधानी रोम में विभिन्न समुदायों के लोगों से बातचीत की. इस दौरान पीएम मोदी ने भारत और इटली के संबंधों को मजबूत करने में उनकी भूमिका की तारीफ की.
रोम में विभिन्न समुदायों के लोगों से मिले पीएम मोदी
जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने रोम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पियाजा गांधी में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. वहां प्रधानमंत्री का स्वागत करने पहुंचे भारतीयों के एक समूह ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने संस्कृत मंत्रों का पाठ किया और गुजराती में पीएम मोदी से बात की। इस दौरान वहां ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगे। पीएम मोदी ने पियाजा गांधी में उनका अभिवादन करने आए लोगों से भी बातचीत की.
पियाजा गांधी में मौजूद एक समूह ने जब संस्कृत के श्लोकों का पाठ किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथ जोड़कर उन्हें सुना और उनके साथ “O नमः शिवाय” दोहराया। भीड़ ने ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए। इसी बीच भीड़ में से किसी ने पीएम से पूछा, ”नरेंद्र भाई केम छो” जिसके बाद पीएम ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया ”माजा मा छो.” वहां मौजूद एक शख्स ने पीएम से गुजराती में बात करना शुरू किया तो प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपनी मातृभाषा में जवाब दिया.
पोप फ्रांसिस से करेंगे मुलाकात
शनिवार को वेटिकन सिटी में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैथोलिक धर्म के सर्वोच्च नेता पोप फ्रांसिस से निजी तौर पर मुलाकात करेंगे। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इटली में प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए शुक्रवार को कहा, ”प्रधानमंत्री अलग से मिलेंगे. वह पहले पोप से व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे और उसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी.” ‘
रोम में विभिन्न समुदायों के लोगों के साथ बातचीत की
इससे पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली की राजधानी रोम में विभिन्न समुदायों के लोगों से बातचीत की. इनमें भारतीय समुदाय के लोग, इटली की राजधानी में यहां विभिन्न संगठनों के भारत के मित्र शामिल थे। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत और इटली के संबंधों को मजबूत करने में उनकी भूमिका की तारीफ की. इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी यहां आए हैं। ड्रैगी ने बैठक से पहले पलाज्जो चिगी में प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी की, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि प्रधान मंत्री ने इटली में रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों और इतालवी हिंदू संघ, कृष्ण चेतना के लिए इतालवी कांग्रेस, सिख समुदाय और भारतीय सैनिकों की याद में निर्मित संस्थानों सहित विभिन्न संगठनों को आमंत्रित किया है। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान इटली ने भारत के प्रतिनिधियों सहित मित्रों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि इस दौरान पीएम मोदी ने संस्कृत के विद्वानों से भी मुलाकात की। विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत और इटली के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके द्वारा निभाई जा रही भूमिका की सराहना की।