पश्चिम बंगाल में कैबिनेट विस्तार के दौरान कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं. पुराने मंत्रियों को अधिक जिम्मेदारी मिल सकती है और नए मंत्री भी आ सकते हैं। नवनिर्वाचित विधायक उदयन गुहा के मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बेनर्जी
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद तीसरी बार राज्य की मुख्यमंत्री बनीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती हैं। माना जा रहा है कि ममता बेनर्जी वित्त विभाग को अपने पास रख सकती हैं. फिलहाल यह विभाग अमित मित्रा के पास था, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण अमित मित्रा ने इस साल चुनाव नहीं लड़ा है. विधानसभा उपचुनाव में स्पीकर बिमान बेनर्जी आज नवनिर्वाचित 4 विधायकों को शपथ दिलाएंगे.
बता दें कि 30 नवंबर को हुए उपचुनाव में गोसाबा से टीएमसी के सुब्रत मंडल, शांतिपुर विधानसभा क्षेत्र में टीएमसी के ब्रज किशोर गोस्वामी, दिनहाटा से टीएमसी के उदयन गुहा और खरदा विधानसभा क्षेत्र से राज्य मंत्री शोभादेव चट्टोपाध्याय निर्वाचित हुए थे. मंगलवार को विधानसभा में सदस्यता की शपथ दिलाई जानी है, लेकिन शपथ समारोह से पहले विवाद खड़ा हो गया, लेकिन बाद में राज्यपाल ने अध्यक्ष को शपथ दिलाने की मंजूरी दे दी।
शोभादेव और चंद्रिमा भट्टाचार्य को मिल सकती है नई जिम्मेदारी
पश्चिम बंगाल में कैबिनेट विस्तार के दौरान कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं. पुराने मंत्रियों को अधिक जिम्मेदारी मिल सकती है और नए मंत्री भी आ सकते हैं। सुब्रत मुखर्जी के निधन के बाद खाली हुए पंचायत विभाग की जिम्मेदारी अब कृषि मंत्री शोभादेव चट्टोपाध्याय को दी जा सकती है. सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक ममता बेनर्जी चंद्रिमा भट्टाचार्य को वित्त विभाग में राज्य मंत्री बना सकती हैं. साथ ही पूर्व वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा को सलाहकार की भूमिका में रखा जा सकता है।
नवनिर्वाचित विधायक उदयन गुहा बन सकते हैं मंत्री
ममता बेनर्जी की कैबिनेट में कई नए चेहरे भी शामिल होने की कतार में हैं, जिसमें शांतिपुर सीट से पहली बार विधायक बने बृज किशोर गोस्वामी के अलावा उदयन गुहा के भी मंत्री बनने की काफी संभावनाएं हैं. साथ ही उदयन गुहा को उत्तर बंगाल विकास मंत्री बनाया जा सकता है। कैबिनेट विस्तार के दौरान परिवहन समेत अन्य मंत्रालयों की देखरेख कर रहे फरहाद हकीम और वन मंत्री ज्योतिप्रिया मल्लिक को दो अन्य विभागों का अतिरिक्त प्रभार दिया जा सकता है.