हरियाणा के यमुनानगर में भीषण आग में बिहार निवासी एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई. वहीं, आग में झुलसी महिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है. बिहार निवासी परिवार सिटी सेंटर रोड पर एक कबाड़ गोदाम में काम करता था। वह गोदाम के ऊपर मजदूरों के रहने के लिए बने क्वार्टर में रहता था। आग ने सबसे पहले उनके क्वार्टर को अपनी चपेट में लिया।
यमुनानगर के सिटी सेंटर रोड स्थित एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लग गई
हरियाणा के यमुनानगर में भीषण आग ने एक परिवार को निगल लिया। यहां सिटी सेंटर रोड स्थित एक कबाड़ गोदाम में दोपहर डेढ़ बजे भीषण आग लग गई। जिसमें एक ही परिवार के 4 लोगों की जलकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि परिवार गोदाम के ऊपर बने क्वार्टर में रह रहा था. वहीं, 17 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। सूचना पर पहुंची दमकल की आठ गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि अभी तक आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। साथ ही आग से सारा सामान भी जल कर राख हो गया।
बताया जा रहा है कि यह गोदाम नवीन नाम के कबाड़ का है। वह 40 साल से यहां कबाड़ का काम कर रहा है। गोदाम के ऊपर उन्होंने मजदूरों के रहने के लिए क्वार्टर बनाए हैं. गोदाम की छत पर करीब 22 क्वार्टर बन चुके हैं. इनमें करीब 17 लोग रहते हैं। बिहार के मधुबन जिले के गांव मिल्कमादीपुर निवासी निजामुद्दीन (37) अपने परिवार के साथ एक क्वार्टर में रहता था. आग ने सबसे पहले उनके क्वार्टर को अपनी चपेट में लिया। घटना में निजामुद्दीन (37), उसकी बेटी फ़िज़ा (12), बेटा चंद (8), रेहान (3) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उसकी पत्नी नसीमा (25) गंभीर रूप से झुलस गई। उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चश्मदीद ने कहा- चारों तरफ धुंआ
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वह दोपहर 1:30 से 2:00 बजे के बीच घर से निकला था। उसने देखा कि चारों ओर धुआं था। शोर मचा तो आसपास के लोग जमा हो गए। सूचना पर यमुनानगर सिटी थाना व दमकल की गाडिय़ां पहुंच गईं। दूसरे क्वार्टरों में रहने वाले लोगों को दीवारों को तोड़कर और छतों के माध्यम से बेदखल किया गया।
पोस्टमार्टम हाउस में रखा शव, 30 साल पुराना है गोदाम
यमुनानगर सिटी थाने के एसआई दल सिंह ने बताया कि चारों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया गया है. महिला नसीमा की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की आगे जांच की जा रही है। वहीं महापौर मदन चौहान भी मौके पर पहुंचे। गोदाम करीब 30 साल पुराना बताया जा रहा है। यह पूरी तरह से कबाड़ से भरा हुआ था।