दरअसल, राज्य में 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 78 सीटों का नुकसान हुआ था और इस बार बीजेपी का फोकस इन सीटों पर ज्यादा है. बीजेपी ने इस बार 55 सीटें जीतने का टारगेट रखा है.
सीएम योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश विधानसभा (यूपी चुनाव-2022) के लिए चुनाव होने हैं और सभी राजनीतिक दल चुनाव जीतने की रणनीति तैयार कर रहे हैं. वहीं, राज्य में जहां समाजवादी पार्टी (सपा) छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर रही है, वहां बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. वहीं बीजेपी इसके किले की मरम्मत में लगी हुई है. राज्य में भाजपा सत्ता में है और यह अच्छी तरह से जानती है कि राज्य में सत्ता विरोधी लहर को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसलिए वह उन सीटों पर फोकस कर रही हैं, जहां उन्हें 2017 की विधानसभा में हार का सामना करना पड़ा था। इसलिए इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सीटों पर तूफानी दौर कर रहे हैं.
दरअसल, 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 403 विधानसभा सीटों में से 312 पर जीत हासिल की थी और सहयोगी दलों के साथ जीत का आंकड़ा 325 पर पहुंच गया था. वहीं बीजेपी को 78 सीटों का नुकसान हुआ था. वहीं बीजेपी ने इस बार इन सीटों को जीतने की रणनीति तैयार की है. बीजेपी ने 78 में से 55 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है और पार्टी इन सीटों पर फोकस कर रही है. पार्टी की रणनीति के तहत इन विधानसभा सीटों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इन सीटों पर सीएम योगी विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक सीएम योगी अब तक पिछली बार हारी हुई 19 सीटों का दौरा कर चुके हैं और यहां कई विकास योजनाओं का उद्घाटन कर चुके हैं.
बीजेपी का 78 में से 55 सीटों पर जीत का लक्ष्य
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 78 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था और अब वह कम से कम 55 सीटें जीतना चाहती है. ताकि अगर विपक्षी पार्टी उन्हें जीती गई सीटों पर नुकसान पहुंचाती है, तो वह इन सीटों को जीतकर इसकी भरपाई कर सके। क्योंकि पार्टी का मानना है कि कई सीटों पर विधायकों के खराब प्रदर्शन की वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ सकता है.
सीएम योगी ने इन सीटों का किया दौरा
दरअसल बीजेपी ने पिछली बार हारी हुई सीटों के लिए योजना तैयार की है और इसी योजना के तहत सीएम योगी यहां जा रहे हैं. क्योंकि राज्य में चुनाव की पूरी जिम्मेदारी सीएम योगी के कंधों पर है. अब तक सीएम योगी बदायूं की सहस्रावां विधानसभा सीट का दौरा कर चुके हैं. जो सपा का गढ़ माना जाता है। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी उसी दिन शाहजहांपुर के जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया था. जहां पिछली बार बीजेपी को हार मिली थी.
इसके अलावा सीएम योगी बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ आजमगढ़ गए थे. जहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. आजमगढ़ सदर सीट पर बीजेपी कभी जीती नहीं है और इस विधानसभा को सपा का गढ़ माना जाता है. इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ 8 नवंबर को शामली गए और वहां से कैराना भी गए. 2017 में कैराना सीट पर सपा ने जीत हासिल की थी और इस सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. वही सीएम योगी आदित्यनाथ रामपुर भी गए थे, जहां से आजम खान कई बार विधायक रह चुके हैं और यह सीट सपा के कब्जे में है.
सीएम योगी आने वाले दिनों में करेंगे पूर्वांचल का दौरा
दरअसल सीएम योगी समाजवादी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले इटावा का भी दौरा कर चुके हैं. जहां 2017 के चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. वहीं, जल्द ही सीएम योगी भी पूर्वांचल की उन सीटों का दौरा करेंगे। जहां बीजेपी को विपक्षी दलों ने चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. इसके लिए सीएम योगी का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है।