गिथोर्न गांव में जलमार्ग परिवहन का एकमात्र साधन है, इसकी प्राकृतिक सुंदरता और शांति किसी को भी इसका दीवाना बना देती है। पर्यटक इसे ‘दक्षिण का वेनिस’ या ‘नेथरलैंड का वेनिस’ के नाम से भी जानते हैं।
आज के समय में सड़कों के बिना जीवन मुश्किलों भरा लगता है। कहीं जाने के लिए अच्छी सड़क का होना बहुत जरूरी है। यूरोप के नेथरलैंड में एक ऐसा गांव है, जहां सड़कें नहीं हैं। इस गांव का नाम गिएथोर्न है, गिथोर्न एक बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है। लोग यहां मोटर वाहन से आते हैं। आइए जानते हैं इस गांव के बारे में।
गीथूर्न की खूबसूरती आंखों में समा जाने वाली है। यहां के रमणीय वातावरण को भूलना किसी के लिए भी आसान नहीं है। स्थानीय लोग यहां यात्रा करने के लिए छोटी नावों का उपयोग करते हैं। हालांकि एम्सटर्डम शहर से करीब आधे घंटे की ड्राइविंग के बाद इस गांव तक पहुंचा जा सकता है। यह गांव बहुत खूबसूरत है।
गिथॉर्न वीरबिनबेन-विडेन नेशनल पार्क के मध्य में स्थित है। 13 वीं शताब्दी में फ्रांसिस्कन भिक्षु यहां आए थे और उन्होंने ही पीट के परिवहन के लिए नहरें खोदी थीं। इसके अलावा इस गांव को वर्ष 1958 में डच फिल्म निर्माता बर्ट हेनस्ट्रा द्वारा बनाई गई फिल्म फैनफेयर में दिखाए जाने के बाद दुनिया भर में पहचान मिली।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस गांव में सड़कों की कमी के कारण लोग वाहन आदि का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, जिससे यहां प्रदूषण नहीं होता है। यहां बहुत शांति है।
गिथॉर्न एम्स्टर्डम से लगभग 55 मील उत्तर पूर्व में स्थित है और इसमें लगभग 180 पुल हैं। यहां सभी लोग ब्रिज के जरिए ही आते हैं। यहां का नजारा किसी सपने जैसा लगता है। यहां कई संग्रहालय और चर्च मौजूद हैं, जहां इस गांव और इसकी संस्कृति को करीब से देखा जा सकता है।
विशाल राष्ट्रीय उद्यान से घिरे गिथोर्न में सर्दियों के मौसम में भी पर्यटकों की भीड़ रहती है। आप यहां कभी भी आने का प्लान कर सकते हैं, क्योंकि आपको यहां सर्दी और गर्मी दोनों मौसमों में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।