दरअसल, इसे राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार का एक बड़ा फैसला माना जा रहा है क्योंकि राज्य में इस प्रमाण पत्र की अनिवार्य आवश्यकता के कारण हजारों उम्मीदवारों को इस परीक्षा में बैठने से बाहर कर दिया गया था.
सीएम योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में राजस्व लेखाकारों की भर्ती को लेकर बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, यूपी अधीनस्थ सेवा आयोग द्वारा राजस्व लेखाकारों की भर्ती के लिए अनिवार्य ट्रिपल ‘सी’ प्रमाण पत्र को समाप्त कर दिया गया है। अब इस परीक्षा में यह प्रमाणपत्र नहीं लिया जाएगा। दरअसल सरकार ने की भर्ती के अकाउंटेंट लिए ट्रिपल ‘सी’ सर्टिफिकेट को अनिवार्य नहीं करने का फैसला किया है और अकाउंटेंट की भर्ती के लिए पहले की तरह इंटरमीडिएट पास अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता होगी.
दरअसल, इसे राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार का एक बड़ा फैसला माना जा रहा है क्योंकि राज्य में इस प्रमाण पत्र की अनिवार्य आवश्यकता के कारण हजारों उम्मीदवारों को इस परीक्षा में बैठने से बाहर कर दिया गया था. इसलिए राज्य सरकार के इस फैसले के बाद लेखपाल की भर्ती में शैक्षणिक योग्यता को लेकर चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया है. वहीं, सरकार के निर्णय के अनुसार राजस्व परिषद जल्द ही लेखपाल की भर्ती के लिए अधीनस्थ सेवा आयोग को नया प्रस्ताव भेजने जा रही है.
प्रदेश में 7882 पदों पर होनी है भर्ती
राज्य में लेखपाल की भर्ती होनी है और राज्य सरकार का प्रयास है कि चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले यह परीक्षा पूरी कर ली जाए. वहीं, यूपी राजस्व परिषद की ओर से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव में राजस्व लेखाकारों के 7882 रिक्त पदों पर भर्ती के साथ ही चयन के लिए इंटरमीडिएट पास करने के साथ ही कंप्यूटर दिखाने वाला ट्रिपल सी सर्टिफिकेट उम्मीदवार का ज्ञान अनिवार्य है। किया था। जिससे कई उम्मीदवार परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए। ट्रिपल सी यानी कंप्यूटर कॉन्सेप्ट पर कोर्स 80 घंटे का कोर्स है और इस कोर्स के सर्टिफिकेट के लिए उम्मीदवार को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (एनआईएलआईटी) द्वारा आयोजित परीक्षा को पास करना होता है।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने राजस्व परिषद से किया था अनुरोध
दरअसल, लेखाकारों की सेवा नियमावली में अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता केवल इंटरमीडिएट पास थी और उम्मीदवारों को ट्रिपल सी सर्टिफिकेट के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. इसलिए इस विसंगति को दूर करने के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने राजस्व विभाग से अनुरोध किया था कि लेखाकारों की भर्ती के लिए सेवा नियमावली में ट्रिपल सी प्रमाणपत्र अनिवार्य न किया जाए। राजस्व विभाग ने इस पर मंथन किया और पाया कि ट्रिपल ‘सी’ सर्टिफिकेट को अनिवार्य बनाने से बड़ी संख्या में ग्रामीण पृष्ठभूमि के उम्मीदवार इस चयन प्रक्रिया से वंचित रह जाएंगे। तो अब इसे लेकर फैसला लिया गया है और इसे यूपीएससी को भेजा जा रहा है. वहीं राजस्व परिषद के इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मुहर लगा दी है. इसलिए सरकार ने अब राजस्व परिषद को नए सिरे से भर्ती का प्रस्ताव आयोग को भेजने का निर्देश दिया है, जिसमें इंटरमीडिएट पास अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता होगी.