अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा ने जोहान्सबर्ग टेस्ट की दूसरी पारी में अर्धशतक बनाया, साथ ही शतकीय साझेदारी भी की।
IND vs SA: जोहान्सबर्ग टेस्ट की दूसरी पारी में पुजारा-रहाणे ने लगाया अर्धशतक
अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के लिए जोहान्सबर्ग टेस्ट किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं था। यह टेस्ट उनके लिए एक बड़ी परीक्षा थी क्योंकि दोनों बल्ले काफी देर तक खामोश रहे और वह इस सीरीज़ की पहली 3 पारियों में कुछ खास नहीं कर पाए. जोहान्सबर्ग टेस्ट की पहली पारी में पुजारा ने 3 रन भी नहीं बनाए और रहाणे ने खाता भी नहीं खोला लेकिन दूसरी पारी में दोनों ने बल्ले से हंगामा किया. अजिंक्य रहाणे ने दूसरी पारी में 58 और चेतेश्वर पुजारा ने 53 रन की शानदार पारी खेली.
दोनों बल्लेबाजों ने कई बार इस तरह के अर्द्धशतक बनाए हैं, लेकिन इस बार इन पचास से ज़्यादा की पारियों को उनका करियर बचाने वाला माना जा सकता है। पुजारा और रहाणे पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव था, टीम इंडिया ने मयंक अग्रवाल और केएल राहुल के विकेट भी गंवाए थे, लेकिन इसके बावजूद दोनों ने जोहान्सबर्ग में कमाल किया. तेज बल्लेबाज़ी करते हुए चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने पहली 61 गेंदों में अपनी अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की और दोनों ने टीम इंडिया के 100 का आंकड़ा पार किया. पुजारा ने सिर्फ 62 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और रहाणे ने भी 67 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। दोनों बल्लेबाजों ने टीम इंडिया को महज 34 ओवर में 150 रन पर पहुंचा दिया।
रहाणे-पुजारा की शतकीय साझेदारी ने जीत की गैरेंटी !
रबाडा ने चेतेश्वर पुजारा और रहाणे की इस जोड़ी को तोड़ा। रबाडा ने रहाणे को 58 रन पर आउट कर भारतीय टीम को बड़ा झटका दिया. हालांकि आउट होने से पहले रहाणे और पुजारा ने तीसरे विकेट के लिए 111 रन जोड़े. आपको बता दें कि रहाणे और पुजारा की शतकीय साझेदारी टीम इंडिया की जीत की गैरेंटी बन जाती है। इन दोनों खिलाड़ियों ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में 6 शतकीय साझेदारियां की हैं और टीम इंडिया ने हर बार जीत हासिल की है। एशिया के बाहर दोनों खिलाड़ियों ने केवल दूसरी बार शतकीय साझेदारी की है। इससे पहले पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में दोनों ने शतकीय साझेदारी की थी और टीम इंडिया जीत गई थी।
कमाल की बात यह है कि लॉर्ड्स टेस्ट में भी टीम इंडिया पहली पारी में इंग्लैंड से 27 रन पीछे थी और रहाणे-पुजारा ने शतकीय साझेदारी कर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. ठीक ऐसा ही जोहान्सबर्ग में हुआ है, तो क्या भारत यह टेस्ट जीत पाएगा और टेस्ट सीरीज़ जीतकर पहली बार साउथ अफ्रीका में इतिहास रचेगा, ये तो वक्त ही बताएगा.