इस ठंड के मौसम में त्वचा रूखी हो जाती है और इससे नाखूनों के पास की त्वचा भी प्रभावित होती है। नाखूनों के पास की त्वचा यानी त्वचा के छिलने से बहुत दर्द होता है और लंबे समय तक जलन भी परेशान करती है।
चेहरे और पैरों के अलावा नाखून भी शरीर के वो अंग हैं, जिनकी देखभाल करना बेहद जरूरी माना जाता है। ध्यान रहे कि इस ठंड के मौसम में त्वचा रूखी हो जाती है और इससे नाखूनों के पास की त्वचा भी प्रभावित होती है। नाखूनों के पास की त्वचा यानी त्वचा के छिलने से बहुत दर्द होता है और लंबे समय तक जलन भी परेशान करती है। आपको बता दें कि ठंड में शरीर का ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है और इस वजह से चोट को ठीक होने में समय लगता है। ऐसे में नाखूनों के पास की खुली त्वचा को भी ठीक होने में समय लगता है। त्वचा के छिलने के पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं, जिनमें बहुत गर्म पानी से हाथ धोना भी शामिल है।
इतना ही नहीं बार-बार हाथ धोने से वे रूखे हो जाते हैं और इससे नाखूनों के पास की त्वचा छिल जाती है। वैसे तो इससे छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी माना जाता है, लेकिन कई ऐसे घरेलू नुस्खे हैं, जिन्हें अपनाकर इस समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकता है। जानें वो टिप्स…
वैसलीन का प्रयोग
ठंडा हो या गर्म, हाथों को मुलायम रखना चाहिए और इसके लिए आप वैसलीन यानी पेट्रोलियम जेली की मदद ले सकते हैं। रात को सोते समय थोड़ी सी पेट्रोलियम जेली लें और हाथों की हल्के हाथों से मालिश करें। ऐसा करीब 3 से 5 मिनट तक करें।
ओट्स का पैक
नाखूनों के पास की त्वचा को छीलने से बचने के लिए उन पर ओट्स का पैक लगाना सबसे अच्छा होता है। इस स्टेप को फॉलो करने के लिए सबसे पहले ओट्स को लेकर गुनगुने पानी में कुछ देर के लिए रख दें। अब ओट्स को नाखूनों की त्वचा पर लगाकर करीब 10 मिनट तक मसाज करें। इससे नाखूनों के आसपास की गंदगी दूर हो जाएगी। आप चाहें तो ओट्स और शहद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। शहद नाखूनों की नमी को लंबे समय तक बरकरार रखेगा।
एलोवेरा जेल
त्वचा की कई समस्याओं को दूर करने के लिए एलोवेरा जेल सबसे अच्छा माना जाता है। इसके लिए एलोवेरा जेल लेकर रात को सोने से पहले उंगलियों पर मसाज करें। एलोवेरा त्वचा पर होने वाली खुजली को दूर करेगा और उसे मुलायम भी बनाएगा।
जैतून के तेल से मालिश करें
रोजाना जैतून के तेल से नाखूनों की मालिश करने से त्वचा के छिलने का डर नहीं रहता है। अगर घर में जैतून का तेल नहीं है तो नारियल तेल या सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।