विराट कोहली ने आज एक ट्विट पोस्ट शेयर करते हुए टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया है। कोहली ने टी-20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ी थी, जबकि वनडे टीम की कप्तानी से उन्हें हटा दिया गया था। उन्होंने फैसला साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार के अगले दिन टि्वटर पर इस बात की घोषणा की है।
कोहली ने टि्वटर पर लिखा, ‘मैंने सात साल की मेहनत, और संघर्ष से टीम को सही दिशा में ले जाने की कोशिश कीं। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ किया है। और मैंने अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी। हर चीज को कभी न कभी रुकना होता है। और मेरे लिए भारत की टेस्ट कप्तानी को छोड़ने का यही वक्त है।’
— Virat Kohli (@imVkohli) January 15, 2022
उन्होंने लिखा, ‘इस सफर में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, लेकिन मेरी कोशिशों और भरोसे में कभी कमी नहीं आई।’ विराट के ट्वीट पर बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान का शुक्रिया अदा किया है। बोर्ड ने ट्वीट किया है, ‘BCCI टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को उनकी प्रेरणादायी नेतृत्व क्षमता के लिए बधाई देती है जिसने टीम को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्होंने भारत की 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की जिसमे से 40 टीम इंडिया ने जीते।’
कोहली ने टी20 वर्ल्ड कप से पहले टी20 टीम की कप्तानी छोड़ दी थी। इसके बाद उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था, जिसके बाद काफी विवाद हुआ था। कोहली को वनडे फॉर्मेट की कप्तानी से हटाए जाने पर चयनकर्ताओं और विराट कोहली के बीच विवाद सामने आया था।
कोहली ने अपने टि्वट मेसेज में आगे लिखा, ‘मैंने हमेशा हर चीज में अपना 120 परसेंट देने में विश्वास किया है और अगर मैं ऐसा नहीं कर सकता हूं तो मुझे पता है कि ये सही काम नहीं है। मुझे अपने दिल मे पूरी तरह से स्पष्टता होनी जरूरी है और मैं टीम के साथ बेईमानी नहीं कर सकता।’
कोहली ने आगे लिखा, ‘मैं बीसीसीआई का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उसने मुझे इतने लंबे समय तक टीम इंडिया की कप्तानी करने का मौका दिया। मैं टीम के उन साथी खिलाड़ियों का भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने मेरे उस विजन, जो मैं पहले दिन से इस टीम के साथ लेकर चला था, में ढले और किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानी।’
कोहली ने साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट कप्तानी की शुरुआत की थी। उसके बाद से ही वह भारतीय टीम के कप्तान थे। साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट उनकी कप्तानी में खेला गया आखिरी मैच था जिसमें भारत को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
कोहली की कप्तानी के सफर को कामयाब ही कहा जाएगा। उनकी कप्तानी में टीम दुनिया की नंबर वन टेस्ट टीम बनी। भारतीय टीम ने कोहली की कप्तानी में विदेशी दौरों पर लगातार अच्छा प्रदर्शन किया। भारतीय टीम 2021 में पहली टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंची। आंकड़ों के लिहाज से वह भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। कोहली की कप्तानी में भारत ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाला पहला एशियाई देश बना।
कोहली ने अपने साथी खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए लिखा, ‘आप लोगों ने मेरे सफर को बहुत यादगार और खूबसूरत बनाया है। रवि भाई और सपोर्ट स्टाफ का शुक्रिया जो इस गाड़ी, जो टेस्ट क्रिकेट में लगातार ऊपर जाती रहे, का इंजन रहे, जिंदगी का यह नजरिया बनाने में आप सभी का बड़ा योगदान है। और सबसे आखिर में महेंद्र सिंह धोनी का शुक्रिया जिन्होंने एक कप्तान के रूप में मुझ पर भरोसा किया और मुझमें एक ऐसा खिलाड़ी देखा जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सकता है।’
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने भी विराट का शुक्रिया अदा किया। बीसीसीआई की प्रेस विज्ञप्ति में जय शाह ने लिखा, ‘विराट कोहली को भारतीय टीम के कप्तान के तौर पर शानदार कार्यकाल के लिए बहुत बधाई। विराट ने इस टीम को एक बेहद फिट टीम में बदला जिसने भारत और विदेश दोनों जगह बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में टेस्ट जीत खास हैं।’