आजकल ब्रैस्ट कैंसर सामान्य बीमारियों में से एक है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा महिलाओं को प्रभावित करती है। यहां स्तन कैंसर के बारे में कुछ मिथकों और वास्तविकता के बारे में जानकारी दी गई है। स्तन में उत्पन्न हर गांठ कैंसर नहीं होती और ज्यादातर मामलों में कैंसर के मरीज को गांठ महसूस नहीं होती है। परिवार में किसी को कैंसर नहीं होने के बाद भी महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।
किन महिलाओं को होता है ब्रेस्ट कैंसर का ज्यादा खतरा
स्तन प्रत्यारोपण कराने वाली महिलाओं से ज्यादा प्रत्यारोपण नहीं कराने वाली महिलाओं को कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। हालांकि स्तन प्रत्यारोपण से मैमोग्राम को पढ़ने में मुश्किल हो सकती है।
अंडर-वायर ब्रा से स्तन कैंसरके बारे में किसी भी स्टडी में प्रमाण नहीं मिले हैं कि ब्रा पहनने से कैंसर होता है। किसी भी तरह की ब्रा पहनने से कैंसर होने की पुष्टि नहीं हुई है। यह भी पूरी तरह से एक बनाया हुआ मिथक है।
हेयरडाई और सेलफोन से स्तन कैंसर के भी कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि इन आइटम के इस्तेमाल करने से स्तन कैंसर हो सकता है। इस तरह की कोई रिसर्च सामने नहीं आई है।
एक महिला को किसी भी उम्र में कैंसर हो सकता है। हालांकि ज्यादातर महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले 40 साल की उम्र के बाद देखे गए हैं।
ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो स्तनों के आकार और स्तन कैंसर के जोखिम के बीच संबंध का खुलासा करता है। स्तन का आकार और उसमें अंतर का ब्रेस्ट कैंसर से कोई सम्बन्ध नहीं है।