बीजेपी ने अपनी रणनीति के तहत उन सीटों पर नए उम्मीदवारों पर दांव लगाया है. जिसमें उन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा पिछली बार भी मोदी लहर के बावजूद कन्नौज आरक्षित सीट से हार गई थी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में अब तक 195 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। वहीं, शुक्रवार को जारी सूची में भाजपा ने कोंग्रेस , बसपा और सपा के बागियों को टिकट दिया है। जो बीजेपी की रणनीति को समझा सकता है. रायबरेली से कोंग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं अदिति सिंह को बीजेपी ने टिकट दिया है. जबकि बसपा से आए रामवीर उपाध्याय को भी उम्मीदवार बनाया गया है. समाजवादी पार्टी छोड़कर दो दिन पहले बीजेपी में शामिल हुए नितिन अग्रवाल को भी टिकट दिया गया है. दरअसल बीजेपी जीत की गैरेंटी चाहती है, इसलिए अलग-अलग पार्टियों के बागियों पर सट्टा लगाने से भी नहीं चूक रही है.
दरअसल, 2022 के चुनाव में पार्टी ने 2014 से पिछड़े और दलितों को 60 फीसदी टिकट देने के सोशियलइंजीनियरिंग फॉर्मूले को आगे बढ़ाया है और साथ ही सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 40 फीसदी टिकट दिया है. वहीं बीजेपी की कोर वोटर मानी जाने वाली महिलाओं को 15 टिकट दिए गए हैं. बीजेपी ने अब तक चौथी लिस्ट जारी की है और अब तक 195 उम्मीदवारों की घोषणा की है. जहां पहली सूची में 107, दूसरी में दो, तीसरी में एक और अब चौथी में 85 नाम घोषित किए गए हैं। सबसे खास बात यह है कि बीजेपी की चौथी लिस्ट में अलग-अलग पार्टियों के बागियों को भी टिकट दिया गया है.
सपा, कोंग्रेस और बसपा के बागियों को मिली जगह
बीजेपी की चौथी लिस्ट में अलग-अलग पार्टियों के बागियों को जगह दी गई है. बीजेपी ने रायबरेली से अदिति सिंह, हरदोई से नितिन अग्रवाल के साथ ही राकेश सिंह, रामवीर उपाध्याय, हरिओम यादव, अनिल सिंह को टिकट दिया है. ये सभी नेता अलग-अलग पार्टियों से पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. पार्टी ने सदााबाद से रामवीर उपाध्याय, हरदोई से नितिन अग्रवाल और रायबरेली से अदिति सिंह को मैदान में उतारा है। वहीं सिरसागंज से सपा से आए हरिओम यादव को टिकट दिया गया है.
चौथी लिस्ट में बीजेपी ने पिछड़े और दलितों को दिए 49 टिकट
बीजेपी ने पिछड़े और दलितों को 49 और दलितों को 19 और ओबीसी को 30 टिकट दिए हैं. जबकि सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 36 टिकट दिए गए हैं.
खोई सीटों पर मैदान में नए उम्मीदवार
बीजेपी ने अपनी रणनीति के तहत उन सीटों पर नए उम्मीदवारों पर दांव लगाया है. जिसमें उन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा पिछली बार भी मोदी लहर के बावजूद कन्नौज आरक्षित सीट से हार गई थी। तो इस बार इस सीट से असीम अरुण को टिकट दिया गया है. मैनपुरी में बीजेपी ने अशोक चौहान की जगह ठाकुर जयवीर सिंह को मैदान में उतारा है. इसी तरह 2017 में बीजेपी ने आर्यनगर से सलिल विश्नोई और सुरेश अवस्थी को मैदान में उतारा था, जो सीसामऊ और आर्यनगर दोनों सीटों पर हार गए थे. इन सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवारों की अदला-बदली की है.