73वें गणतंत्र दिवस का समापन बीटिंग रिट्रीट के साथ हुआ। इस दौरान बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में पहली बार लता मंगेशकर का गाया गाना ऐ मेरे वतन के लोगन भी बजाया गया. इसे कवि प्रदीप ने 1963 में लिखा था। यह तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का भी पसंदीदा गीत था। इस बार महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन ‘अबाइड विद मी’ की धुन इस बार बीटिंग रिट्रीट में सुनाई दी। सबसे खास ड्रोन शो दिल्ली के विजय चौक पर चल रहे बीटिंग रिट्रीट में रहा। 1000 ड्रोन के जरिए आसमान पर उकेरी गई आजादी के अमृत महोत्सव की तस्वीर। आइए एक नजर डालते हैं खास हाइलाइट्स पर।
राष्ट्रपति के स्वागत के लिए सबसे पहले पीएम मोदी पहुंचे.
नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक और राष्ट्रपति भवन को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया।
आजादी का अमृत महोत्सव विषय पर नॉर्थ साउथ ब्लॉक की दीवारों पर 5 मिनट का लेजर शो आयोजित किया गया।
इस बार बीटिंग रिट्रीट में ड्रोन शो सबसे खास रहा। 1000 ड्रोन ने आसमान में तिरंगे को रोशन किया।
ड्रोन शो के दौरान ग्लोब पर भारत का नक्शा दिखाया गया.
10 मिनट के शो के बाद भारत बीटिंग द रिट्रीट समारोह में ड्रोन शो करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया।
बीटिंग रिट्रीट के लिए 26 धुनों को सूचीबद्ध किया गया था। समारोह की शुरुआत बुगुल पर धूमधाम से गीत के साथ हुई। इनमें ‘केरल’, ‘हिंद की सेना’ और ‘ऐ मेरे वतन के लोग’ के गाने शामिल थे।
बीटिंग रिट्रीट क्या है?
बीटिंग रिट्रीट सप्ताह भर चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह के अंत का प्रतीक है। इस दौरान राष्ट्रपति बलों को अपने बैरक में लौटने की अनुमति देते हैं। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो जाता है।