Shani Dhaiya On Mithun And Tula Rashi:
शनि राशि परिवर्तन: शनि 29 अप्रैल 2022 में अपनी राशि बदलेंगे। इस दौरान ये मकर राशि छोड़ कुंभ में प्रवेश कर जायेंगे। ये गोचर कई राशि वालों की जिंदगी में बदलाव लाएगा। शनि के राशि गोचर से मिथुन और तुला वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। बता दें कि 24 जनवरी 2022 से ही इन राशियों पर शनि ढैय्या चली आ रही है। शनि की इस दशा की अवधि ढाई साल की होती है। शनि ढैय्या से मुक्ति मिलते ही आपके अटके हुए काम बनने लगेंगे।
दोनों राशियों को इस दिन मिलेगी शनि ढैय्या से मुक्ति: बता दें कि 2022 में 5 जून को शनि अपनी वक्री चाल शुरू करेंगे और इसी चाल को चलते हुए मकर राशि में दोबारा से गोचर करने लगेंगे। मकर में शनि के फिर से आने से मिथुन और तुला वाले दोबारा से शनि ढैय्या की चपेट में आ जायेंगे। 17 जनवरी तक इन राशि वालों पर शनि ढैय्या रहेगी। इस तरह से देखा जाए तो मिथुन और तुला वालों को पूर्ण रूप से शनि ढैय्या से मुक्ति 17 जनवरी 2023 को ही मिलेगी।
शनि ढैय्या के उपाय:
-जिन लोगों पर शनि ढैय्या चल रही हो उन्हें महामृत्युंजय और शनि मंत्र का जप करना चाहिए।
– काली चालीसा, श्री दुर्गा सप्तशती का अर्गला स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
-हर शनिवार अपनी छाया दान करनी चाहिए।
-शनिवार के दिन तिल, तेल, काले वस्त्र, उड़द दाल, लोहा आदि का दान करें।
-संभव हो तो सुंदरकांड का भी पाठ करें।
-शनि मंत्र से पहले हनुमान जी का मंत्र पढ़ें।