जिनका मन वतन की मिट्टी से अधिक कहीं और रमता है. शायद यही वजह है कि पिछले तीन वर्षों से औसतन रोजाना 358 लोग भारत की नागरिकता त्याग रहे हैं. भारतीय नागरिकता त्यागने वाले लोग अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड की नागरिकता ले रहे हैं. कुछ तो ऐसे भी हैं जिन्होंने पाकिस्तान की नागरिकता ग्रहण की है.
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मंगलवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के जबाव में लोकसभा में बताया कि पिछले तीन सालों में 3.92 लाख भारतीयों ने देश की नागरिकता छोड़ दी है. इनमें सबसे ज्यादा 1 लाख 70 हजार 795 लोगों ने अमेरिका की नागरिकता ली. बेशक, अमेरिका की नागरिकता लेने वालों की संख्या सबसे अधिक है, मगर अलग-अलग लोगों ने कुल 120 देशों की नागरिकता ली है. इनमें 48 लोगों ने पाकिस्तान की भी नागरिकता ली है.
राय ने बताया, 2019, 2020 और 2021 में 3 लाख 92 हजार 643 भारतीयों ने नागिरकता छोड़ी है. इन वर्षों ने 2021 में सबसे अधिक लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है. बताया गया है कि इस साल औसतन रोजाना 447 में लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है. अमेरिका 2021 में 78 हजार 284 भारतीयों को नागरिकता दी है. जो कि पिछले वर्षों की तुलना में सबसे अधिक है. इससे यह भी जाहिर है कि विदेश में बसने वाले भारतीयों की पहली प्राथमिकता अमेरिका है.