फरीदाबाद, 16 अक्टूबर। पल्ला थाना क्षेत्र से दो दिन से लापता नौवीं कक्षा के एक छात्र का फिरौती के लिए अपहरण और हत्या का सनसनीखेज मामला आया है। आरोपियों ने चोरी के मोबाइल से छात्र को दोस्त बनकर फोन किया और किताब मंगवाने के बहाने शुक्रवार रात को घर से बुला लिया था। छात्र को छोड़ने की एवज में उसके पिता को फोन कर पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी, मगर फिर पकडे जाने के डर से आरोपियों ने सेक्टर 31 स्थित एक निर्माणाधीन भवन में सिर पर ईंट मरकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अभिषेक और सोनू हैं, दोनों ही पल्ला क्षेत्र के रहने वाले हैं। मृतक अभिषेक के पिता विरेश ने बताया कि उनका 14 वर्षीय बेटा अभिषेक 9वीं कक्षा में पढ़ता था। शुक्रवार शाम करीब 7:30 बजे से लापता है। उन्होंने बताया कि उसे किसी राजा नाम के लड़के का फोन आया था और उसने कुछ किताबें मंगवाई थी, जिसे देने के लिए उनका लड़का अभिषेक शाम को गया था और फिर वापस नहीं आया। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज करके अभिषेक की तलाश शुरू की गई। इस दौरान आरोपियों ने अभिषेक के पिता को फोन किया और उनसे 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी और रकम नहीं देने पर अभिषेक की हत्या करने की धमकी दी। अभिषेक ने पिता ने यह बात पुलिस को बताई, जिसके पश्चात पुलिस ने मामले में अपहरण तथा फिरौती की धाराएं जोड़कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
मामले में कार्रवाई करते हुए तकनीकी तथा गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच 30 ने दो आरोपियों अभिषेक और सोनू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि छात्र की हत्या करने वाले और कोई नहीं बल्कि वही लोग हैं जो उसके पिता के पास आते जाते थे। आरोपी अभिषेक इस हत्या का मास्टरमाइंड है, जो डी फार्मा का छात्र है तथा अपनी गाड़ी चलाता है और मृतक अभिषेक के पिता की कबाड़ की दुकान से कबाड़ लेकर दिल्ली सप्लाई करता है। आरोपी सोनू की भी अपनी कबाड़ की दुकान है। इनका तीसरा साथी मिथिलेश एक फैक्ट्री में काम करता है। आरोपी अभिषेक ने प्लान बनाया की वह विरेश के बेटे अभिषेक को अगवा करके उसके पिता से फिरौती मांगेंगे। इसके लिए आरोपियों ने एक चोरी के मोबाइल का उपयोग करके अभिषेक को फोन किया और कहा कि वह राजा बात कर रहा है जो उसके स्कूल में पढ़ता है और उसे कुछ किताबों की आवश्यकता है। उसने किताबों के बहाने से अभिषेक को गली के कोने पर बुलाया तथा वहां से उसे उसका अपहरण करके अपने साथ गाड़ी में डालकर सेक्टर 31 एरिया में एक निर्माणाधीन इमारत में ले गए।
वहां पर उन्होंने उसके हाथ-पैर बांधकर कर अपने तीसरे साथी मिथिलेश को उसकी निगरानी करने के लिए छोड़ दिया। इसके पश्चात दोनों आरोपी मिथिलेश को वहां छोड़कर खुद अभिषेक के पिता के पास आ गए और उसके साथ मिलकर अभिषेक को ढूंढने का ड्रामा करने लगे। शनिवार की रात अभिषेक के परिजन तथा पुलिस मिलकर जब अभिषेक की तलाश कर रही थी तो दोनों आरोपी उनके साथ साथ घूम रहे थे ताकि वह पुलिस को गुमराह कर सके तथा किसी को उन पर शक भी ना हो। शनिवार की रात जब तलाश के बाद वापस गए तो उन्हें लगा कि अभिषेक के पिता पैसा नहीं देंगे तो उन्होंने अभिषेक के सिर में ईट मारकर उसे इमारत में बनी लिफ्ट की बेसमेंट में फेंक दिया जहां पानी भरा हुआ था। अभिषेक के हाथ बंधे हुए थे इसलिए वह अपने आप को बचा नहीं सका और उसकी मृत्यु हो गई। आरोपियों की निशानदेही पर अभिषेक के शव को बरामद किया गया। मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा तथा वारदात में शामिल तीसरे आरोपी की धरपकड़ की जाएगी तथा आरोपियों से मोबाइल तथा गाड़ी बरामद की जाएगी।