नरक चतुर्दशी दिवाली से एक दिन पहले ही मनाया जाता हैं। नरक चतुर्दशी को नरक चौदस के नाम से भी जाना जाता हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन तर्पण और दीपदान का महत्त्व हैं। इस दिन सुबह स्नान कर यमराज की पूजा करने से सारे पाप से मुक्ति मिल जाती है और अंत में स्वर्ग की प्राप्ति होती हैं। शाम को यम के नाम का दिया जलाने से असमय मृत्यु का खतरा टलता हैं। इसीलिए इनके नाम का दिया शाम को अवश्य करें।
नरक चतुर्दशी के दिन हाथी को मीठा खिलाने से जीवन में परेशानिया दूर होती हैं। इसी दिन काली चौदस भी होती है अतः काली माँ की पूजा कर आशीर्वाद जरूर लें। सूर्योदय से पहले उठ कर स्नान करें फिर सूर्य को अर्ध्य दें। इससे सौंदर्य की प्राप्ति होती हैं।
नरक चतुर्दशी के दिन दीपक जलाना चाहिए। इस दिन आटे का दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना जाता हैं।