वरुण धवन की फिल्म भेड़िया रिलीज हो गई है। इस फिल्म में वरुण धवन के अभिनय को देखकर लगता है कि उन्हें भविष्य में और गंभीर और गहन भूमिकाएं करनी चाहिए। दीपक डोबरियाल और अभिषेक बनर्जी ने शानदार काम किया है। क्रिएचर कॉमेडी बॉलीवुड के लिए एक नया जॉनर है। निर्देशक अमर कौशिक ने हमेशा अपनी फिल्मों के जरिए दर्शकों को एक अलग मिजाज वाली फिल्म से परिचित कराने की कोशिश की है। वरुण धवन की भेड़िया भी इसी कोशिश का हिस्सा है।
जंगल के जानवरों के साथ एक प्राणी फिल्म अपने आप में एक कठिन शैली रही है और आज के युग में लोगों को हंसाने के लिए कॉमेडी फिल्में कठिन होती जा रही हैं। ऐसे में अमर कौशिक दोनों को मिलाकर एक क्रिएचर कॉमेडी लेकर आए हैं। हालांकि, वह पहले ही फिल्म स्त्री के साथ हॉरर कॉमेडी जॉनर में खुद को साबित कर चुके हैं। अमर कौशिक की खासियत है कि वह अपनी कहानी से लोगों को हंसाने में यकीन रखते हैं। कुछ ऐसा ही फिल्म भेड़िया के साथ होता है। फिल्म देखते समय आप जोर से हंसते हैं और कुछ दृश्यों में डर भी जाते हैं। फिल्म में आजकल के सोशल मीडिया मीम्स का भी काफी चालाकी से इस्तेमाल किया जाता है, जिससे दर्शकों का जुड़ाव बढ़ता है। पहले भाग की एडिटिंग कसी हुई है और इंटरवल तक आपको बांधे रखती है । सेकंड हाफ के बाद फिल्म की गति थोड़ी धीमी हो जाती है और जब तक यह चरमोत्कर्ष पर पहुंचती है तब तक फिल्म सपाट महसूस होती है और अचानक एक आश्चर्यजनक प्रविष्टि के कारण कहानी हंसी के नोट पर समाप्त होती है।
फिल्म का अंत खुला छोड़ दिया गया है, ताकि जनता की प्रतिक्रिया के आधार पर अगली कड़ी पर विचार किया जा सके। कुल मिलाकर फिल्म की कहानी थोड़ी ढीली है लेकिन कॉमेडी लाइन्स, शानदार विजुअल्स और दमदार अभिनय फिल्म की इस कमजोरी को खूबसूरती से ढक देते हैं। कुछ दृश्य बेहद प्रभावशाली हैं, जो सामाजिक संदेश देने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर करते हैं। इसके अलावा फिल्म में वरुण और अभिषेक द्वारा बोले गए चुटकुले फिल्म के मिजाज को बयां करते हैं। मनोरंजन के साथ-साथ यह फिल्म आपको एक मजबूत संदेश भी देती है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।