सड़क पर सीधे चलने की बजाय यदि आप उल्टी दिशा में चलेंगे तो आपको अधिक लाभ मिल सकता है। यह आपके दिमाग और शरीर के बीच एक अच्छा संतुलन बना सकता है। रोजाना 20-30 मिनट रिवर्स वॉकिंग करने से आपको किडनी, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज से जुड़ी समस्याओं से राहत मिल सकती है। आइए जानें रिवर्स वॉकिंग के 6 अहम फायदों के बारे में।
घुटनों के लिए फायदेमंद
अगर आप रिवर्स वॉकिंग करते हैं तो आपके घुटनों की समस्या दूर हो सकती है। यह आपको घुटने के दर्द, तनाव और सूजन से राहत दिला सकता है। इसके अलावा अगर आप पैर में दर्द या गठिया की समस्या से जूझ रहे हैं तो रिवर्स वोटिंग आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
कमर दर्द से राहत रिवर्स वॉकिंग से पुराने से पुराने कमर दर्द से राहत मिल सकती है। जब आप उल्टे चलते हैं तो आपकी पीठ की मांसपेशियों का भी व्यायाम होता है। इसके अलावा उल्टी दिशा में चलने से रीढ़ की हड्डियों से जुड़ी समस्याएं और कमर के निचले हिस्से में दर्द से भी राहत मिलती है।
मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद उल्टा दौड़ते समय आपके दिमाग को ज्यादा अलर्ट और फोकस्ड रहना पड़ता है। इस उल्टे चलने से दिमाग का भी अच्छा व्यायाम हो जाता है। अगर आप रोजाना रिवर्स वॉकिंग करते हैं तो डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी मानसिक बीमारियों से राहत पा सकते हैं।
टांगों की ताकत बढ़ सकती है।
उल्टा चलने से भी पीठ की मांसपेशियों का व्यायाम होता है। यह आपके पैरों को भी मजबूत बनाता है। सामान्य चलने से पैरों पर उतना भार नहीं पड़ता।
संतुलन बना रहता है।
उल्टा चलना आपके शरीर और दिमाग को संतुलित करता है। सीधे चलने के बजाय अपने दिमाग को उल्टा चलने पर केंद्रित करने से भी आपके शरीर के संतुलन और मानसिक एकाग्रता में सुधार होता है।
वजन कम करता है।
जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उनके लिए रिवर्स वॉकिंग बहुत अच्छी होती है। जब आप उल्टी दिशा में चलते हैं तो आपको अपने शरीर के आगे और पीछे के हिस्से को एक साथ संतुलित करना होता है। यह आपके शरीर को मजबूत बनाता है और आपका वजन अचानक से कम होने लगता है।