नए साल में इंदौर में होने वाले प्रवासी सम्मेलन के लिए कई आधुनिक सुविधाएं जुटाई जा रही हैं, लेकिन प्रवासी भारतीयों को भी अपनी मातृभूमि की महक का अहसास होगा। मेहमाननवाजी का देसी अंदाज उन पलों को खास बना देगा। सम्मेलन 8 से 10 जनवरी तक होगा।
मकर संक्रांति 14 जनवरी को है। उससे पहले शहर में पतंगबाजी का माहौल नजर आने लगता है और मेहमानों के लिए पतंगबाजी का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए गुजरात से पतंगें आ रही हैं। इस सम्मेलन को यादगार बनाने के लिए पतंग उड़ाने के साथ ही मेहमान तीन तरह की गजक, राजगीरे या लड्डू, चना जोर गरम और अन्य देशी व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे।
स्टॉल पर मिलेंगे ये देसी व्यंजन
मानक संक्रांति के पर्व पर देशी खेलों और देशी खान-पान का विशेष महत्व होता है। पंतगोत्सव में मेहमानों के लिए खाने-पीने के स्टॉल लगाए जाएंगे। जिसमें तीन तरह की गजक, तिल पत्ता, राजगीर लड्डू, खमन, ढोकला, भेल, पकौड़ा, चाय-कॉफी, भेल, चना जोर गरम और मूंगफली के दाने भी ठेले पर परोसे जाएंगे। मेला स्थल के करीब होगा।
घरों में 40 मेहमान रहेंगे
सम्मेलन के मेहमानों के लिए होम स्टे भी उपलब्ध होगा। अभी तक 40 मेहमानों ने होमस्टे में रहने की इच्छा जताई है। मेहमानों की मेजबानी करने वाले परिवार भी उन्हें अपनी कारों में घुमाएंगे और उन्हें आसपास के पर्यटन स्थलों की सैर पर ले जाएंगे। डेली कॉलेज के पुराने छात्र, माहेश्वरी समाज के कुछ परिवारों ने होम स्टे के लिए सूची सौंपी है. आपको बता दें कि इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के अलावा अन्य देशों से भी लोग आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को आएंगे और संबोधित भी करेंगे.