शनि और शुक्र की युति:
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वैदिक ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह समय-समय पर बदलते रहते हैं। कभी-कभी कला ग्रह एक साथ आते हैं। एक ग्रह दूसरे ग्रह के साथ एक ही राशि में गोचर करता है। शनि इस समय मकर राशि में गोचर कर रहा है और धनदाता शुक्र भी मकर राशि में आ गया है।
इस वजह से 30 साल बाद इन दोनों ग्रहों की युति मकर राशि में हो रही है। क्योंकि शनि ने 30 साल बाद ही राशि में प्रवेश किया है। वहीं ग्रहों की युति का प्रभाव सभी राशियों के लोगों पर देखने को मिलता है। लेकिन इस युति से केवल 3 राशियों को ही लाभ होता है।
शनि और शुक्र की युति कटक के जातकों को लाभ देगी। यह युति आपकी कुंडली के सप्तम भाव में बनेगी। इसे वैवाहिक जीवन और साझेदारी का भाव कहा जाता है। इसलिए पार्टनरशिप बिजनेस शुरू करने का यह सबसे अच्छा समय है।
साथ ही जो लोग लंबे समय से संतान के लिए प्रयास कर रहे हैं उन्हें इस समय संतान प्राप्ति की संभावना है। साथ ही निजी जीवन में भी कोई परेशानी नहीं होगी। यह समय पेशेवर जीवन में उन्नति के कई अवसर प्राप्त करने का है।
यह गलत नहीं है कि शनि शुक्र की युति से भरपूर लाभ होगा। इस दौरान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। निवेश के मामले में भी मुनाफा बढ़ेगा। अपने शब्दों का प्रयोग अच्छे से करें, नहीं तो रिश्ते बिगड़ सकते हैं। इस दौरान आपकी सेहत में भी सुधार आएगा।
शनि और शुक्र की युति के कारण कहा जा सकता है कि धनु
राशि का राजयोग रहेगा। यह युति कुंडली के धन भाव में हो रही है जिससे आपको आर्थिक लाभ होगा। आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी।
राशि का राजयोग रहेगा। यह युति कुंडली के धन भाव में हो रही है जिससे आपको आर्थिक लाभ होगा। आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी।