कोरोना के बाद अब एक नए वायरस ने दस्तक दी है जो है H3N2 एन्फ्लूएंजा । यह एक वाइरस का ही प्रकार है जो पिछले साल दिसंबर महीने से ही फैलना शुरू हो गया था। यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों को जल्दी पकड़ता है।खासकर 5 साल से कम उम्र के बच्चों में इसके मामले ज्यादा आ रहे हैं। कई मामलों में यह बीमारी हल्की है तो कई में ये ज्यादा दिनों तक रहती है।
बच्चों के लिए H3N2 एन्फ्लूएंजा वायरस काफी खतरनाक साबित हो सकता है। आज के आर्टिकल में हम आपको H3N2 एन्फ्लूएंजा वायरस के लक्षणों के बारे में बताएंगे। फ्लू के लक्षण जैसे बुखार , खांसी, गले में खराश , बच्चों को उल्टी , दस्त या कमजोरी महसूस होना। इस वायरस की रिकवरी का समय थोड़ा ज्यादा है। बच्चों को निमोनिया या सांस में संक्रमण होने का अधिक खतरा हो सकता है। आमतौर पर बच्चे ठीक हो ही जाते हैं लेकिन वे दूसरों में वायरस फैलाने का एक स्त्रोत है। चलिए H3N2 एन्फ्लूएंजा वायरसके लक्षणों के बारे में जानते हैं।
H3N2 एन्फ्लूएंजा वायरस के लक्षण :
1 )H3N2 एन्फ्लूएंजा वायरस के लक्षण मौसमी फ्लू के लक्षणों से काफी मिलते हैं। बुखार , खांसी , नाक बहने और सांस संबंधी बीमारी के लक्षण मौजूद है।
2 )H3N2 एन्फ्लूएंजा वायरस में शरीर में दर्द , उल्टी या दस्त भी हो सकते हैं। मरीजों को मांसपेशियों में भी गंभीर दर्द का अनुभव हो सकता है।
3 )बुजुर्गों में बेहोशी , चक्कर आना और कमजोरी भी देखी जा सकती है। बुजुर्गों में सांस संबंधी तकलीफें ज्यादा होती है।
4 )H3N2 एन्फ्लूएंजा वायरस के कारण मरीजों को कान तकलीफ होती है। उनका कान तेज दुखने लगता है।
एंटीवायरल दवाएं अगर पहले 2 दिनों में शुरू की जाती है तो इन लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है और एंटी वायरल दवा का यूज डॉक्टर की परामर्श से ही करें।
वायरस से बचने के उपाय :
वायरस से बचने के लिए भीड़ से दुरी रखें , अपने मुंह को मास्क से ढक कर रखें और सेनिटाइजर का उपयोग अवश्य करें। घर में किसी को भी वायरस के कारण बुखार आया हो तो उसकी खास देखभाल करें। समय पर डॉक्टरी जाँच कराते रहें। सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का पालन करें। बच्चों को सेफ रखने के लिए उन्हें भीड़ में न लें जाएं , बीमार व्यक्ति से दूर रखें। इम्युनिटी बूस्टर फ़ूड का सेवन करें।