
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से कांग्रेस हमलावर मुद्रा में है। पार्टी ने इसे राहुल को संसद से बाहर रखने की कोशिश करार देते हुए सत्तारूढ़ बीजेपी पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर आज विपक्ष नेताओं की बैठक बुलाई है। बता दें की, राहुल को 2019 के मामले में गुरुवार को मानहानि का दोषी पाया गया था। जिसमें उन्होंने मोदी सरनेम को लेकर एक विवादित टिप्पणी कर दी थी। वैसे कोर्ट से सजा मिलने के तुरंत बाद ही राहुल गांधी को जमानत भी दे दी गई थी और उन्हें इस निर्णय के खिलाफ अपील करने के लिए 30 दिनों तक उनकी सजा को निलंबित कर दिया गया था। ऐसा जताई जा रही है कि कोर्ट से 2 साल की सजा मिलने के बाद राहुल की सांसद दी जा सकती है।
बीजेपी प्रमुख नेता जेपी नड्डा ने मोदी सरनेम को लेकर विवादित टिप्पणी मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर अपना निशाना साधा है. नोएडा ने ट्वीट कर कहा राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया है। समाज और कोर्ट के द्वारा बार-बार समझाने और माफी मांगने के विक्रम को भी उन्होंने नजरअंदाज किया और लगातार ओबीसी समाज की भावना को ठेस पहुंचाई है”
राहुल गांधी की समाधि पर है खतरा
गुजरात के सूरत डिस्ट्रिक्ट में गुरुवार को 2019 के एक मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई है। हालांकि बाद में राहुल गांधी को कोर्ट से ही बैल मिल गई। लेकिन अब उनकी संसद सदस्यता पर संकट गहरा गया है। कानून के जानकारों के अनुसार, जनप्रतिनिधि कानून के अनुसार यदि सांसद या विधायक को किसी मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा होती है। तो ऐसे में उनकी सदस्यता रद्द हो जाएगी साथियों सजा पूरी करने के बाद 6 साल तक चुनाव भी नहीं लड़ सकते हैं।