विधायक राजू पाल हत्याकांड मामले के चश्मदीद गवाह रहे उमेश पाल के अपहरण के मामले में आज 17 साल बाद कोर्ट द्वारा अपना फैसला सुनाया जाएगा । बीती 17 मार्च को जिला न्यायालय की स्पेशल कोर्ट एमपीएमएलए ने मामले की सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुनाने के लिए आज 28 मार्च की तारीख निर्धारित की थी। उमेश पाल के अपहरण के में अतीक, अशरफ सहित कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। सुबह 10 बजे माफिया अतीक अहमद और अशरफ कोर्ट में पेश होंगे।
गौरतलब है की एमपीएमएलए कोर्ट द्वारा सबूतों तथ्यों और परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए ट्रायल कोर्ट को केस की सुनवाई दो महीने में पूरी करने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश ले बाद से ही उमेश पाल अपहरण कांड में प्रतिदिन सुनवाई होने लगी थी । बीती 24 फरवरी को जिस दिन उमेश पाल की हत्या हुई थी, उस दिन वह इसी केस के सिलसिले में कोर्ट से ही लौटे थे। उस दिन 24 फरवरी कोबचाव पक्ष की ओर से बहस हो रही थी। इस मामले में आरोपियों में से एक आरोपी अंसार बाबा की पहले ही मौत हो चुकी है। इसके बाद न्याययालय के आदेश के अनुसार बाकी बचे सभी आरोपियों को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। इस मामले में सुरक्षा को देखते हुए जिला कचहरी परिसर में सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई है। गौरतलब है की इस मामले में उमेश पाल ने बीती पांच जुलाई 2007 को प्रयागराज के धूमनगंज थाने में उस समय सांसद रहे अतीक अहमद, उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ, दिनेश पासी, खान सौकत हनीफ, अंसार बाबा के खिलाफ उनका अपहरण कर विधायक राजू पाल हत्याकांड मामले में अपने पक्ष में बयान करने का आरोप लगाया था।