वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान, राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली और अटल पेंशन योजना के तहत ग्राहकों की कुल संख्या 1.35 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण ने छह अप्रैल को जारी एक बयान में कहा कि पिछले साल अटल पेंशन योजना के तहत ग्राहकों की कुल संख्या 1.19 करोड़ थी। राष्ट्रीय पेंशन योजना के तहत 8.47 लाख है। कोष नियामक ने कहा कि एनपीएस नामांकन लगभग 1.54 लाख था, जबकि केंद्र और राज्य सरकारों के तहत यह क्रमशः 1.28 लाख और 5.35 लाख था। एनपीएस में निजी क्षेत्र की भागीदारी 60 फीसदी रही।
अटल पेंशन योजना
2015 में, भारत सरकार ने अटल पेंशन योजना शुरू की। यह पेंशन योजना सरकार द्वारा भारतीय नागरिकों को उनके बुढ़ापे में आय का एक स्रोत प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। यह पेंशन योजना खासतौर पर असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों के लिए चलाई जा रही है। अटल पेंशन योजना के तहत ग्राहकों को सुविधा के आधार पर मासिक, तिमाही या सालाना आधार पर एक निश्चित राशि का निवेश करना होता है।
ये लोग फायदा उठा सकते हैं
इस स्कीम में 18 से 40 साल की उम्र के सभी लोग निवेश कर सकते हैं। 1 अक्टूबर 2022 से, कोई भी नागरिक जो करदाता है, या रहा है, अटल पेंशन योजना में निवेश करने के लिए पात्र नहीं है। यानी वह इस योजना में निवेश नहीं कर सकता है। अटल पेंशन योजना के तहत 1,000 रुपये से 5,000 रुपये प्रति माह मिलते हैं। ग्राहक की मृत्यु के मामले में उसके नामांकित व्यक्ति को पेन्शन की राशि दी जा सकती है।