दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक बंगले के नवीनीकरण पर खर्च किए गए धन के बारे में विवरण सामने आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच जबरदस्त विवाद चल रहा है। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास के नवीनीकरण के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा खर्च किए गए ₹44.78 करोड़ के विवरण संबंधित अधिकारियों द्वारा जांच की जा सकती है।
अधिकारी ने बताया कि इस बात की जांच की जाएगी कि क्या खर्च और नवीनीकरण नियमों के मुताबिक हुआ है। लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि उनसे खर्च का ब्योरा मांगा गया था। हालांकि, अधिकारी ने यह नहीं बताया कि किस एजेंसी ने ब्योरा मांगा है। अधिकारी ने कहा, आगे की कार्रवाई खर्च की जांच के दौरान निकले निष्कर्षों पर निर्भर करेगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच केजरीवाल के आधिकारिक बंगले के जीर्णोद्धार पर खर्च किए गए धन के विवरण सामने आने के बाद से विवाद चल रहा है।
भारतीय जनता पार्टी ने लगाया आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि, केजरीवाल खुद को आम आदमी बताकर ‘राजा’ की तरह जीवन जी रहे हैं। बदले में, आम आदमी पार्टी ने जोर देकर कहा है कि, पुनर्निर्माण आवश्यक था क्योंकि मुख्यमंत्री आवास 80 साल पहले बनाया गया था और छत गिरने की तीन हालिया घटनाएं हुई थीं। आम आदमी पार्टी ने कहा कि, इसके बाद बंगले के रखरखाव के लिए जिम्मेदार लोक निर्माण विभाग ने इसके पुनर्निर्माण की सिफारिश की थी। दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आरोप लगाते कहा कि, चूंकि उनकी पार्टी खर्च की जांच की मांग कर रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि खर्च किया गया धन नियमों का उल्लंघन था। व्यय में अधिक बिलिंग के स्पष्ट उदाहरण भी हैं। जांच होनी चाहिए।