
उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग के ऑफिसर के द्वारा बेजुबान पशुओं की ईलाज के लिए दवाओ,सीरीज और उपकरणों की खरीद में बहुत बड़ा राशि की घपला किया गया है। प्रारंभिक जांच प्रताल के बाद पता चला है दावा,सिरिंज और उपकरणों को मनमानी दरो पर खरीदा गया है। जांच के बाद पता चला है की दवा, सामग्री और उपकरणों 50 करोड़ की राशि से खरीदा गया है। दवा के जांच करने के बाद पता चला है की बहुत ही घटिया क्वालिटी की दवा खरीदा गया है पशुपालन विभाग के ऑफिसर द्वारा। आनन फानन मानक से सभी दवाओ के वितरण और उपयोग पर तत्काल रोक लगा दिया गया है। साथ में जितना भी घटिया क्वालिटी की दवा बची हुई है। चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया गया है की बची हुई दवा कंपनी को वापस कर दे। दवा जम्मू और उत्तराखंड की कंपनी से खरीदा गया है। रोग नियंत्रण निदेशक डॉ इंद्रमणि और आरपी सिंह थे। जेम बायर की जिम्मेदारी डॉक्टर जेपी वर्मा के पास थी। सभी अधिकारी जांच के दायरे में है।
