

घर के आसपास कई सारे पेड़-पौधे हों, यह भला किस को पसंद नहीं आयेगा। कुछ लोग अपने गार्डन में पेड़-पौधे लगाने के लिए अलावा सब्जियां भी उगाते हैं। हालांकि, पेड़-पौधों की देखभाल करना आसान नहीं है, नियमित धूप, पानी के अलावा खाद भी देना आवश्यक है। वहीं, आजकल ऑर्गैनिक खाद का इस्तेमाल अधिक किया जाता है, क्योंकि इसके कोई साइड-इफेक्ट नहीं हैं। ऐसी कई बेकार चीजें होती हैं, जिसका इस्तेमाल खाद के तौर पर किया जाता है।
पत्तियों से खाद बनाने का तरीका
अगर आप सूखी पत्तियों का इस्तेमाल कर रही हैं तो कोशिश करें कि अलग-अलग पेड़ की पत्तियां हों। इन पत्तियों से खाद बनाने के लिए आप एक बड़ी बाल्टी या फिर प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल कर सकती हैं। ध्यान रखें कि यह खाद तुरंत बनकर तैयार नहीं होती है, इसके लिए वक्त लगता है। अब सूखी पत्तियों को एक बाल्टी या फिर प्लास्टिक बैग में भर दें, अब इसमें पानी का छिड़काव करें। ध्यान रखें कि पानी की मात्रा इतनी रखें, जिससे पत्तियों में नमी बनी रहें। पानी की जगह आप खट्टे छाछ का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। अब बाल्टी को ढक्कन से बंद कर दें और 2 महीने तक इसे सड़ने यानी डी कंपोस्ट होने के लिए छोड़ दें। ध्यान रखें कि पत्तियों में नमी बनाए रखने के लिए आपको बीच-बीच में चेक करते रहना होगा। 2 महीने बाद बाल्टी को खुला छोड़ दें और फिर 1 या 2 घंटे के बाद हाथों से इसे मसल दें, ताकि यह पाउडर की तरह नजर आने लगे। अब इसे आप खाद के तौर पर इस्तेमाल कर सकती हैं।
गोबर और पत्तियों से बनाएं खाद
सूखी पत्तियों से खाद बनाने के लिए आप गोबर का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। दरअसल कई ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी यह प्रक्रिया आजमायी जाती है। इसके लिए आपको सूखी पत्तियों के ऊपर गोबर का छिड़काव करना है। कोशिश करें कि पत्तियों को गोबर से ढक दें, 10 दिन के अंदर यह डीकंपोस्ट होना शुरू हो जाएगा और 1 या फिर 2 महीने के अंदर यह खाद बनकर तैयार हो जाएगी। खाद बनकर तैयार हो चुकी है, यह पता लगाने के लिए आपको पत्तियों के कलर को चेक करना होगा। 2 महीने बाद आप देखेंगे कि पत्तियों का रंग काला हो चुका है और पूरी तरह से ये सड़ चुकी हैं। अब आप इसे अपने पेड़-पौधों में इस्तेमाल कर सकती हैं।
