

नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) की नोएडा मेट्रो एक्सटेंशन एक्वा लाइन मेट्रो को नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5 तक बढ़ाया जाना है। अब इस लाइन के विस्तार का शहरवासियों का इंतजार खत्म होने जा रहा है। मेट्रो के विस्तार को अब मंजूरी मिल गई है।
नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) की एक्वा लाइन मेट्रो को नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5 तक बढ़ाया जाना है। अब इस लाइन के विस्तार के लिए रहवासियों का इंतजार खत्म होने जा रहा है, क्योंकि वित्त मंत्री की अध्यक्षता में हुई पब्लिक इनवेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) की बैठक में एक्वा मेट्रो रेल कॉरिडोर विस्तार को लागू करने की सिफारिश की गई है।
इस दौरान आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव (व्यय) और सचिव ने भाग लिया, जिसमें ओएसडी (यूटी), महुआ और एमडी एनएमआरसी के साथ अन्य मंत्रालयों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
ऐसे में 2197.49 करोड़ रुपये खर्च कर परियोजना में 14.958 किलोमीटर लंबी एक्वा मेट्रो की नई लाइन बिछाई जाएगी, जिसमें नौ स्टेशन बनाए जाएंगे। परियोजना विस्तार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पहले ही अनुमोदित किया जा चुका है। अब इस प्रोजेक्ट को अंतिम मंजूरी के लिए कैबिनेट के पास भेजा जाएगा।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के लोगों को होगा फायदा
एनएमआरसी के मौजूदा एक्वा लाइन कॉरिडोर का प्रस्तावित विस्तार नोएडा-ग्रेटर नोएडा, विशेष रूप से ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन के निवासियों की जरूरतों को पूरा करेगा। मेट्रो सेवा शुरू होने से नोएडा में रहने वाले दो लाख और ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन में रहने वाले करीब पांच लाख लोगों को राहत मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले परियोजना के लिए पीआईबी की बैठक 26 अक्टूबर को हुई थी। हालांकि, चूंकि चर्चा समाप्त नहीं हो सकी, इसलिए परियोजना पर फिर से 17 नवंबर को अगली बैठक में चर्चा की गई, जिसमें रितु माहेश्वरी, एमडी, एनएमआरसी ने परियोजना पर एक प्रस्तुति दी। मेट्रो के सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 तक विस्तार के लिए केंद्र सरकार ने अभी तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी नहीं दी है।
मेट्रो का विस्तार दो चरणों में किया जाएगा
पहले चरण में नौ किलोमीटर का रूट तैयार किया गया है। इसमें नोएडा एक्सटेंशन के सेक्टर-51 से सेक्टर-2 तक मेट्रो चलेगी। इसमें नोएडा सेक्टर-122, 123 में दो स्टेशन होंगे, जबकि ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन में सेक्टर-4, सेक्टर-12 ईकोटेक और सेक्टर-2 स्टेशन होंगे। इस पर करीब 1125 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
