स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज कर दिया कि राज्य में बड़ी संख्या में जान गंवाने वालों के परिवारों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक मुआवजा नहीं दिया गया. जॉर्ज ने कहा कि केरल में कोई भी पात्र परिवार आर्थिक सहायता से वंचित नहीं रहेगा।
केरल विधानसभा से कांग्रेस नीत यूडीएफ का ‘वॉकआउट’, सीएम विजयन पर कोरोना से मौतों को छिपाने का आरोप
केरल विधान सभा।
कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने शुक्रवार को केरल विधानसभा से बहिर्गमन किया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन कोरोनोवायरस के कारण हुई मौतों को छिपा रहे हैं। यूडीएफ ने कांग्रेस विधायक पीसी विष्णुनाथ द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव के नोटिस के माध्यम से आरोप लगाया कि केरल सरकार COVID-19 के कारण हुई मौतों को छिपाने की कोशिश कर रही है।
स्पीकर को इस मुद्दे पर चर्चा करने की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद विपक्ष ने विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। विपक्ष ने शुक्रवार को वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार पर कोविड-19 के प्रबंधन के प्रति तटस्थ रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस विधायक पीसी विष्णुनाथ ने स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज से स्पष्ट रूप से यह बताने को कहा कि क्या केरल में कोरोना की दूसरी लहर खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 15 दिनों से अधिक समय तक सीरोसर्वे के निष्कर्षों को गुप्त रखा।
‘कोई भी पात्र परिवार आर्थिक सहायता से वंचित नहीं रहेगा’
वहीं स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को विपक्ष के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि राज्य में बड़ी संख्या में जान गंवाने वालों के परिवारों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक मुआवजा नहीं दिया गया. जॉर्ज ने कहा कि केरल में कोई भी पात्र परिवार आर्थिक सहायता से वंचित नहीं रहेगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केरल देश का पहला राज्य है जिसने केंद्र के संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड मृत्यु मूल्यांकन समिति का गठन किया है। साथ ही महामारी के कारण जान गंवाने वालों के मृत्यु प्रमाण पत्र बहुत तेजी से जारी किए गए।
केरल से प्रतिदिन 12,000 से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। राज्य में हर दिन 100 से 150 लोगों की संक्रमण से मौत हो रही है। राज्य की सकारात्मकता दर (TPR) 13 प्रतिशत पर बनी हुई है। यह गिरावट के कोई संकेत नहीं दिखाता है। देशभर से सामने आ रहे कोरोना के कुल मामलों में से रोजाना करीब 60 फीसदी मामले केरल से ही दर्ज हो रहे हैं. एक सरकारी अनुमान के मुताबिक केरल में कोविड से होने वाली मौतों में करीब 40 फीसदी मरीजों की देर से अस्पतालों में डिलीवरी होने के कारण हुई.
केरल में संक्रमण के 10,944 नए मामले
केरल में शुक्रवार को कोविड-19 के 10,944 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 47,74,666 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि राज्य में कोरोना महामारी से 120 और मरीजों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या 26,072 हो गई है. राज्य में इस समय 1,16,645 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। केरल में पिछले 24 घंटे के दौरान 12,922 मरीज संक्रमण से ठीक भी हुए जिससे राज्य में अब ठीक होने वालों की संख्या 46,31,330 हो गई है.