देश में 100 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं. जहां बीजेपी जोरों से इसका प्रचार कर रही है वहीं कांग्रेस केंद्र पर लगातार हमला बोल रही है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ‘इस देश में कुछ भी मुफ्त नहीं होता है. ये करदाताओं का पैसा है. करदाताओं का पैसा करदाताओं पर ही खर्च हो रहा है. इसलिए ये मुफ्त नहीं है. मुफ्त क्या होता है. मुफ्त तो तब होता, जब बीजेपी इलेक्टोरल बॉन्ड से मिल रहे पैसों से मुफ्त टीकाकरण अभियान चलाती.’
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ’33 लाख करोड़ रुपये आपने सिर्फ पेट्रोल और डीजल पर टैक्स लिया है. इसका सिर्फ दो फीसदी से भी कम करीब 35 हजार करोड़ रुपये टीकाकरण पर खर्च किया. वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में पीएम मोदी की फोटो नहीं होनी चाहिए, बल्कि तेल बनाते हुए उस व्यक्ति की फोटो होनी चाहिए जो तेल बनाकर वैक्सीनेशन की फंडिंग कर रहा है. अगर आप मानते हैं कि तेल की पैसों से वैक्सीनेशन की फंडिंग हो रही है.’
केंद्र पर हमला बोलते हुए गौरव वल्लभ ने कहा, ‘ये भ्रम फैलाया जा रहा है कि भारत ऐसा पहला देश है जहां 100 करोड़ वैक्सीन की डोज लगी है. 16 सितंबर 2021 तक चीन की 80 फीसदी आबादी को वैक्सीन के दोनों डोज दे दिए गए थे. 16 सितंबर तक 216 करोड़ डोज चीन में लगा दिए गए थे. दूसरी बात दुनिया में सिर्फ दो देशो की आबादी ही 50 करोड़ से ज्यादा है. चीन और भारत. तो क्या हमें क्या तुलना ऐसे देश से करनी चाहिए जिसकी आबादी तीन करोड़ ही है. जिस मुल्क की आबादी तीन करोड़ है, वहां तो छह करोड़ डोज ही लगेंगे न.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हकीकत ये है कि हमारे देश की 50 फीसदी जनसंख्या को वैक्सीन की एक डोज भी नहीं लगी है. तो क्या ये समय महोत्व का है. हमारे देश में अब तक 21 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी है जबकि चीन में एक महीने पहले 80 फीसदी लोगों को दोनों डोज लग चुकी थी. बच्चों के लिए तो अभी वैक्सीन आई तक नहीं है. वहीं पिछले 10 दिनों से वैक्सीनेशन रेट घटा है.’