एयर चीफ मार्शल ने कहा कि हमें अपनी रणनीतिक प्राथमिकता की फिर से समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम पीछे न रहें। हमारे पड़ोसियों की वजह से हमारी सुरक्षा की स्थिति एक चुनौती बनी हुई है और यह भविष्य में एक बड़ा मुद्दा होगा।
वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी।
पाकिस्तान अब भी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है। दुनिया भर से आलोचना के बावजूद वह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे हैं. वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी ने बुधवार को कहा कि भारत के सुरक्षा परिदृश्य में बहुआयामी खतरे और चुनौतियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि चीन भारत के रणनीतिक लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में अधिक महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक चुनौती पेश करता है।
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि हमें अपनी रणनीतिक प्राथमिकता की फिर से समीक्षा करनी होगी। साथ ही हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम पीछे न रहें। हमारे पड़ोसियों की वजह से हमारी सुरक्षा की स्थिति एक चुनौती बनी हुई है और यह भविष्य में एक बड़ा मुद्दा होगा। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान भविष्य में कश्मीर को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव नहीं करने वाला है. वह आतंकवाद को प्रायोजित करता रहेगा। पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने युद्ध के लिए नई रणनीति अपनाई है। यह नवीनतम तकनीक, विमान और रक्षा क्षमताओं को बढ़ा रहा है।
Delhi| Pakistan is unlikely to shed its Kashmir-oriented strategy. It will continue to sponsor terrorism. Pak armed forces have formulated a new concept of war-fighting &has acquired & equipped itself with latest tech, aircraft & upgrade its defence capabilities:Air Chief Marshal pic.twitter.com/44B9yyvc3f
— ANI (@ANI) December 8, 2021
चीन की चुनौती
वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने कहा कि चीन भारत के रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में अधिक महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक चुनौती पेश करता है। उन्होंने कहा कि चीनी और पाकिस्तानी दोनों वायु सेनाओं ने सैन्य क्षमता और बुनियादी ढांचे के मामले में सैन्य क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि की है। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि मौजूदा चुनौतियों को देखते हुए दुनिया को यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि आज के भारत में उस स्तर पर जवाब देने की क्षमता और इच्छाशक्ति है, जो हम उचित समझते हैं.
चीन की नीतियों से भारत को हो सकता है फायदा
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते दखल पर वायुसेना प्रमुख ने कहा कि चीन की आधिपत्य वाली नीतियां भारत को व्यापार और सैन्य क्षेत्र में फायदा उठाने का मौका दे सकती हैं. कोरोना वायरस के मौजूदा हालात पर उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के साथ ही उत्तरी सीमा पर गतिरोध के दौरान हमने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है.