गंगा एक्सप्रेस-वे को 26 नवंबर 2020 को मंजूरी दी गई थी। यह एक्सप्रेस-वे 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे के लिए अब तक 94 फीसदी ज़मीन खरीदने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
आज पीएम मोदी यूपी की जनता को देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे गिफ्ट करने जा रहे हैं. पीएम मोदी शनिवार दोपहर करीब 1 बजे उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे. इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 594 किमी होगी और यह गंगा एक्सप्रेस-वे देश के सबसे उपजाऊ इलाकों से होकर गुज़रेगा . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार करेगा और आर्थिक विकास और पर्यटन को बढ़ावा देगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘आज दोपहर 1 बजे मैं शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने के कार्यक्रम में शामिल होऊंगा. यह एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है जो पूरे उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार करेगी। इससे आर्थिक विकास और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। गंगा एक्सप्रेसवे 594 किमी लंबा और छह लेन का एक नया प्रोजेक्ट है। इसे UPEIDA द्वारा बनाया जा रहा है। यह राज्य के पश्चिम में मेरठ को पूर्व में प्रयागराज से जोड़ेगा और 12 जिलों- मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुज़रेगा।
3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी भी बनेगी
पूरा होने पर, यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन जाएगा। शाहजहांपुर में एक्सप्रेस-वे पर 3.5 किमी लंबा रनवे भी बनाया जाएगा, ताकि वायुसेना के विमानों को आपात स्थिति में टेक-ऑफ और लैंडिंग में मदद मिल सके। एक्सप्रेस वे के साथ एक औद्योगिक गलियारा भी बनाने का प्रस्ताव है। एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास, व्यापार, कृषि, पर्यटन आदि सहित कई क्षेत्रों को भी गति देगा। इससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस-वे को 26 नवंबर 2020 को मंजूरी दी गई थी। यह एक्सप्रेस-वे 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे के लिए अब तक 94 फीसदी ज़मीन खरीदी जा चुकी है। जब गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए ज़मीन खरीदी जा रही थी, उस वक्त पूरे देश में कोरोना की लहर चरम पर चल रही थी. इसके बावजूद महज एक साल में गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए 83 हजार किसानों से 94 फीसदी ज़मीन खरीदी जा चुकी है. साथ ही एक्सप्रेस-वे के बनने से एनसीआर तक लोगों की पहुंच भी आसान हो जाएगी और इलाके के इनर स्टेशनों और बस डिपो से कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी।