देश में अब तक ओमिक्रॉन के 200 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें सबसे ज़्यादा मामले दिल्ली और महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं।
भारत में ओमिक्रॉन के मामले बढ़े
भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। देश में मंगलवार सुबह तक ओमिक्रॉन के 200 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें सबसे ज़्यादा मामले दिल्ली और महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं। दिल्ली में ओमिक्रॉन के 54 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 12 मरीज़ ठीक हो चुके हैं और 42 मरीज़ अस्पताल और आइसोलेशन में हैं।
वहीं, महाराष्ट्र में भी 54 मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन यहां ठीक होने वाले मरीजों की संख्या दिल्ली से ज़्यादा है। यहां ओमिक्रॉन के 28 मरीज़ ठीक हो चुके हैं। दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा तीसरे सबसे ज़्यादा मामले तेलंगाना में हैं, जहां 20 मामले सामने आए हैं। वहीं, कर्नाटक में 19, राजस्थान में 18 मामले सामने आए हैं।
किस राज्य में कितने मामले
महाराष्ट्र- 54
दिल्ली- 54
तेलंगाना – 20
कर्नाटक – 19
राजस्थान- 18
केरल- 15
गुजरात- 14
उत्तर प्रदेश – 2
आंध्र प्रदेश- 1
चंडीगढ़ – 1
तमिलनाडु – 1
पश्चिम बंगाल – 1
India has a total of 200 cases of #OmicronVariant so far: Ministry of Health and Family Welfare pic.twitter.com/zq7AJ0Oqqj
— ANI (@ANI) December 21, 2021
ओमिक्रॉन स्वरूप के 200 मामलों में से 77 मरीज़ संक्रमण से उबर चुके हैं या देश छोड़कर जा चुके हैं। मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस के 5,326 नए मामले सामने आए हैं, जो 581 दिनों में संक्रमण के सबसे कम मामले हैं और इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,47,52,164 पहुंच गई है. । वहीं इलाजरत मरीजों की संख्या घटकर 79,097 हो गई है, जो 574 दिनों में सबसे कम है।
सुबह 8 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, 453 और मरीजों की जान जाने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,78,007 हो गई। पिछले 54 दिनों से कोरोना वायरस के रोज़ाना नए मामले 15,000 से कम रह गए हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 79,097 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.23 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के ठीक होने की दर 98.40 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद सबसे अधिक है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के इलाज के लिए मरीजों की संख्या में 3,170 की कमी आई है। .
पिछले साल 7 अगस्त को देश में संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और 5 सितंबर को 40 लाख से ज़्यादा थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख को पार कर गए थे. देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ को पार कर गए, इस साल 4 मई को यह दो करोड़ को और 23 जून को तीन करोड़ को पार कर गए.