पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बैठक की. इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण समेत मुख्य चुनाव आयुक्त समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.
चुनाव आयोग
केंद्रीय चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठक की है। इस बैठक में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में नशीली दवाओं की रोकथाम के लिए एनसीबी निदेशक को भी शामिल किया गया. बैठक का मकसद इन पांच राज्यों में नशीली दवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगाना है. इसके बाद चुनाव आयोग ने ITBP के DG, BSF के एडिशनल DG और SSB के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक की. इसका मकसद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना रहा है।
इस बैठक में चुनावी राज्यों में सीमा पर सुरक्षा और चुनाव के दौरान सुरक्षा बलों की तैनाती को लेकर चर्चा हुई. दरअसल, आने वाले विधानसभा चुनाव में 4 राज्य ऐसे हैं, जिनकी सीमाएं दूसरे देशों से लगी हुई हैं, इसलिए चुनाव आयोग ने यह बैठक बुलाई है. इसमें पंजाब को ज़्यादा संवेदनशील माना जा रहा है, क्योंकि हाल ही में यहां खालिस्तानी आतंकी ज़्यादा सक्रिय हुए हैं। इसे लेकर राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है. फिलहाल यहां सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य सचिव ने चुनाव आयोग को दी जानकारी
इससे पहले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय की सोमवार को बैठक हुई थी. इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण समेत मुख्य चुनाव आयुक्त समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. सूत्रों ने बताया है कि स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने चुनाव आयोग को कोरोना वायरस के खतरनाक ओमिक्रोन वेरिएंट की जानकारी दी. इसमें राज्यवार मामलों की जानकारी दी गई और वहीं से स्थिति के बारे में बताया गया.
Omicron से सावधान रहना है ज़रूरी
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। वैश्विक स्तर पर मिली खबरों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट उतना घातक नहीं है जितना बताया जा रहा है। हालांकि, ओमिक्रोन तेजी से फैलने वाला संस्करण है। राजेश भूषण ने कहा, इस वजह से लोगों को सुरक्षा उपाय अपनाने और सावधानी बरतने की ज़रूरत है। फिलहाल राज्य सरकारें एहतियाती कदम उठा रही हैं। ऐसे ही कदम उन राज्यों में भी उठाए जा रहे हैं जहां चुनाव होने वाले हैं. चुनाव संबंधित राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले नियंत्रण में हैं।