
बिहार का भागलपुर आधी रात को बम धमाके से दहल गया है।
गुरुवार आधी रात जब लोग सोने की तैयारी में थे आकस्मित भागलपुर के शहरी इलाके में एक तेज धमाका हुआ और लोग भयभीत हो गए। लोगों को कुछ समझ में नहीं इनकमा कि ये आवाज भला किस वस्तु की थी। लोग भिन्न-भिन्न तरह की कल्पना करने लगे। सोशल मीडिया पर कुछ लोग भूकंप तक का जिक्र कर बैठे। वहीं कुछ लोगों ने लिखा कि आसमान में धुंआ फैला हुआ है लेकिन सच कुछ ही मिनटों में सामने आ गई।
मलवे के अंरेट दबे मृत शरीरों को बाहर निकाला गया
दरअसल ये आवाज तातारपुर थाना क्षेत्र में हुए भयंकर बम धमाके की थी। थाना क्षेत्र के काजवलीचक में यतीमखाना के पास एक बिल्डिंग में भयंकर धमाका हुआ। ये धमाका इतना जोरदार था कि एक बिल्डिंग जहां पूरी तरह से ध्वस्त होकर जमींदोज हो गई वहीं इर्द-गिर्द के तीन मकानों के दीवारें भी टूट गई। बगल के घरों में सो रहे लोग तक बुरी तरह जख्मी हो गए। धमाके की आवाज कई किलोमीटर तक सुनाई दी गई। वहीं ध्वस्त हुए मकान का मलवा घटनास्थल से करीब 200 से 300 मीटर तक छिटका दिखा। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की बड़ी टीम सीनियर अधिकारियों के साथ पहुंची। एसएसपी बाबु राम भी मौके पर पहुंचे। जेसीबी की सहायता से फौरन मलवे को हटाने का कार्य शुरू किया गया। मलवे के अंरेट दबे मृत शरीरों को बाहर किया जाने लगा।
हालांकि अभी तक ये पुष्टि नहीं हो सकी है कि कुल कितने लोग इस घटना में हताहत हुए हैं। मौके पर पहुंचे भागलपुर के डीएम इस मामले पर वैसे खुलकर कुछ भी कहने से बचते दिखे। उन्होंने 2 के मृत्यु की पुष्टि की और 7 जख्मी की पुष्टि ये कहते हुए की है कि इनकी संख्या अभी बढ़ेगी, रेस्क्यू जारी है। हालांकि 5 मृत्युों की सूचना हैं।
पड़ोस के घर में होता था बम बनाने का कार्य
मलवे के अंरेट कई लोग दबे मिले। जिन्हें बाहर निकालकर आनन-फानन में हॉस्पिटल भेजा गया। इनमें कितने लोगों की सांसे चल रही है, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बम धमाके के पीछे की वजह भी सामने नहीं आई है। हॉस्पिटल पहुंचे एक घायल ने बताया कि उसके पड़ोस के घर में बम बनाने का कार्य होता था, उसी घर में धमाका हुआ। लेकिन इसकी जद में कई अन्य घर भी आ गये और इर्द-गिर्द के लोगों को भी क्षति पहुंची है।
डीएम बोले- पहले भी हुई है ऐसी घटना
डीएम सुब्रत कुमार सेन का कहना है कि जिस बिल्डिंग में धमाका हुआ वहां आतिशबाजी का सामान बनता था। पहले भी यहां ऐसी घटना हुई थी पर वो हल्की थी। डीएम ने कहा कि ये जाँच का विषय है कि धमाके की असली वजह क्या थी। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि आतिशबाजी का सामान बनाने की आड़ में बम बनाया जाता था।
