
बाजार में जाने पर आपने कुछ किताबों की दुकानें देखी होंगी, जो कुछ ही दूरी पर स्थित हैं। लेकिन क्या आपने कभी किताबों का घर देखा है? स्पेन के उत्तर-पश्चिम में स्थित उरुएना गांव बिल्कुल ऐसा ही है। यह गांव बिल्कुल अलग है। आज विश्व पुस्तक दिवस पर जानिए उरुएना गांव में क्या है खास।
यहां की आबादी सिर्फ 100 लोगों की है और इनमें से सिर्फ 9 छात्र ही स्कूल में पढ़ते हैं. सबसे खास बात यह है कि इस छोटे से गांव में 11 किताबों की दुकानें हैं। लोगों ने किताबों के घर बना लिए हैं। उबड़-खाबड़ सड़कों और 12वीं सदी की इमारतों के बीच बसे इस गांव में अगर कोई दुकान नजर आती है तो वह सिर्फ किताबों की दुकान है.
पर्यटकों का है ढेर सारा प्यार
यहां घूमने आने वाले सैलानी बिना किताब पढ़े इस जगह को नहीं छोड़ते। हैरान करने वाली बात यह है कि इस गांव की खूबसूरत पहाड़ियों पर सूरजमुखी और जौ की फलती-फूलती फसलों को देखने से ज्यादा पर्यटक इस किताब की दुनिया देखकर हैरान हैं. इस गांव से गुजरने वाले पर्यटक भी यहां रुकते हैं और किताबें पढ़कर आगे बढ़ते हैं।
