
वाराणसी मां श्रृंगार गौरी मामले के बीच बुधवार को ज्ञानवापी से जुड़े एक नए मामले की सुनवाई सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में होगी. यह मुकदमा विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन की पत्नी किरण सिंह ने दायर किया था। सुनवाई दोपहर 2 बजे शुरू होने वाली है।
मुकदमे में हैं तीन प्रमुख मांगें
जितेंद्र सिंह बिसेन के मुताबिक किरण सिंह ने भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. गोंडा जिले के रहने वाले किरण सिंह विश्व वैदिक सनातन संघ के अंतरराष्ट्रीय महासचिव हैं. मुकदमे के जरिए उन्होंने अदालत से मांग की है कि ज्ञानवापी परिसर में मुस्लिम पक्ष के प्रवेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए. ज्ञानवापी का पूरा परिसर हिंदुओं को सौंप देना चाहिए। इसके अलावा, भगवान आदि विश्वेश्वर स्वयंभू ज्योतिर्लिंग, जो अब सबके सामने प्रकट हुए हैं, को उनकी नियमित पूजा शुरू करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा कि कोर्ट ने हमारा मामला स्वीकार कर लिया है. हमारे मामले पर विपक्ष को नोटिस जारी करने का आदेश दिया गया है. हमारी विशेष मांग थी कि भगवान आदि विश्वेश्वर की पूजा का आदेश दिया जाए, सुनवाई की तिथि 25 मई निर्धारित की गई है.
सरकार सहित प्रतिवादियों की संख्या पांच है
किरण सिंह के वकील मान बहादुर सिंह और अनुष्का त्रिपाठी के मुताबिक इस मामले में यूपी सरकार, डीएम, पुलिस कमिश्नर अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी और विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को पक्षकार बनाया गया है. ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग पाए जाने के दावे के बाद दर्शन-पूजन, राग-भोग और पूजा का अधिकार मांगा गया है।
