
नींद की कमी आज के समय में एक बड़ी समस्या बन चुकी है. लगातार अनिद्रा की स्थिति बनने की वजह से शरीर कई बीमारियों से परेशान होता है. कुछ बीमारियां शरीर के अंदर होती है, तो कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जो बाहर दिखाई देती हैं. ये आपके अपीयरेंस से लेकर पर्सनैलिटी तक पर असर डालती हैं. नींद की कमी- का सीधा असर हमारी आंखों पर भी पड़ता है. इसकी वजह से भी हमारी आंखें अंदर की तरफ धंसने लगती हैं.
कारण :
उम्र का बढ़ना – एजिंग, आंखों के धंसा हुआ दिखने की एक बड़ी वजह हो सकती है. उम्र बढ़ने के साथ ही हमारे चेहरे की स्किन सिकुड़ने लगती है और साथ ही ऊतक भी कम हो जाते हैं. हमारे शरीर में कोलोजेन का उत्पादन कम होने लगता है, जिससे हमारी त्वचा को ठीक पोषण नहीं मिलता. इसका असर आंखों के आसपास भी दिखाई देता है. मसलन डार्क सर्कल्स और आंखों का धंसना.
पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन – हमारे शरीर में पानी की कमी की वजह से भी हमारी त्वचा पर बुरा असर पड़ता है. इसका असर हमारी आंखों के आस पास की त्वचा पर भी पड़ता है. पानी की कमी की वजह से आंखें धंसी हुई दिखने लगती हैं. अगर इस ओर ध्यान देते हुए पानी ढंग से पीना शुरू कर दें, तो स्किन को दोबारा ठीक कर सकता है और इस समस्या से निजात पाया जा सकता है.
इन दोनों के अलावा हानिकारक यूवी किरणों का प्रभाव, नींद की कमी, चश्मे का ठीक न होना, लगातार धूल भरे इलाके में बिना चश्मे के जाने की वजह से भी होलो आइज़ की समस्या देखने को मिल सकती है.
उपाय :
हौलो आइज़ से बचने के लिए खुद को हाइड्रेट रखना और अच्छी डाइट लेना बेहद ज़रूरी है. धूप में बाहर निकलने से पहले आप अपनी आंखों के नीचे अ सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. नींद अच्छी लें, कम से कम 7 से आठ घंटे की नींद ज़रूर लें. इससे जल्दी उबरने के लिए रात को सोने से पहले खीरे के टुकड़ों को आंखों के आसपास कुछ देर के लिए रखें, इससे आपको राहत महसूस होगी.
