
मधुमेह के लिए अशोक का पेड़: मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिससे ज्यादातर लोग पीड़ित हैं. इसमें ब्लड शुगर लेवल बेकाबू हो जाता है, जिससे शुगर के मरीजों की संख्या कुछ सालों से लगातार बढ़ती जा रही है. दरअसल बदलती लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की वजह से ज्यादातर लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इससे बचने के लिए आपको खास ख्याल रखने की जरूरत है। कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर भी इसे नियंत्रित किया जा सकता है। क्या आप जानते हैं कि अशोक की छाल ऐसे रोगियों के लिए भी बहुत उपयोगी होती है। तो आइए जानते हैं इसे कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
अशोक की छाल में पाए जाते हैं ये गुण
आपको बता दें कि अशोक की छाल में मधुमेह विरोधी गुण होते हैं, इसके केवल सात फूल हाइपोग्लाइसेमिक पाए जाते हैं, जो इंसुलिन की गतिविधि को बढ़ाकर रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करते हैं। मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बिना इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
ऐसे करें अशोक की छाल का प्रयोग
– मधुमेह के रोगी जामुन के साथ अशोक की छाल का भी प्रयोग कर सकते हैं। इन दोनों को मिलाकर चूर्ण बना लें, तो रात को सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करने से निश्चित ही लाभ मिलेगा।
इसके साथ ही अशोक के फूलों को सुखाकर चूर्ण बना लें। इसे रोजाना खाने से आपको जरूर फायदा मिलेगा। ऐसा करने से ब्लड शुगर को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
नीम की छाल के साथ अशोक की छाल का भी प्रयोग किया जा सकता है। आप इन दोनों का पेस्ट बनाकर सेवन कर सकते हैं। इसका आप निश्चित रूप से लाभ उठा सकते हैं। इसे रोजाना खाली पेट खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
