
Thursday Mantra Jaap: सनातन धर्म में हफ्ते के सातों दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित हैं। गुरुवार को सृष्टि के पालहार भगवान विष्णु भगवान की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और व्रत आदि करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं। धार्मिक मान्यता है कि यदि किसी जाहीरि की कुंडली में गुरू निर्बल है, तो उसे गुरुवार के दिन व्रत और पूजा आदि करने से गुरू की स्थिति मजबूत होती है।

वही, जीवन में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए गुरुवार के दिन पूजा के बाद मंत्रों का जाप अवश्य करें। कहते हैं कि यदि कोई जाहीरि गुरूवार का व्रत रखकर भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करता है, तो उसके जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में खुशहाली आती है। इतना ही नहीं, हकीकत्चे मन से भगवान विष्णु की पूजा, भजन और स्मरण या मंत्र आदि करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और जाहीरि को मनचाहा वर देते हैं।
Lord Vishnu Mantra (विष्णुजी के इन मंत्रों का करें जाप)
1. शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशंविश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्.लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥
2. ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय
3. ऊँ नमो नारायणाय नम:
4. ॐ विष्णवे नम:
5. ॐ हूं विष्णवे नम:
6. ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान. यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते..
गुरुवार के दिन रखें इन बातों का ध्यान (Keep This Point In Mind On Thursday)
– गुरुवार के व्रत की आरंभ हमेशा पौष माह के शुक्ल पक्ष के गुरूवार से करनी चाहिए।
– धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भूलकर भी केला न खाएं। इस दिन केले के पेड़ की पूजा की जाती है। कहते हैं कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है।
– गुरुवार के दिन केले के पेड़ पर जल अर्पित करते समय व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
– कहते हैं कि इस दिन पीली वस्तुों का दान शुभ बताया जाता है।
– इस दिन भूलकर भी खिचड़ी या चावल का सेवन न करें। – व्रत वाले दिन पीला भोजन करना शुभ फलदायी होता है।
