
देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने आयातित कोयले की खरीद के लिए टेंडर जारी किया है। सीआईएल ने जुलाई से सितंबर 2022 की अवधि के लिए 24 लाख टन (एमटी) कोयले की आपूर्ति के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं। बोली लगाने की अंतिम तिथि 29 जून है। अनुबंध का अनुमानित मूल्य 3,100 करोड़ रुपये है। केंद्र ने घरेलू कोयला आपूर्ति श्रृंखला में कमी को पूरा करने के लिए सीआईएल को कोयला आयात करने का निर्देश दिया था।
आयातित कोयले की आपूर्ति 7 राज्य के स्वामित्व वाली बिजली उत्पादन कंपनियों (जेनको) और 19 स्वतंत्र बिजली उत्पादकों (आईपीपी) को की जाएगी। सभी को 1.2 मीट्रिक टन कोयले की आपूर्ति की जाएगी। आईपीपी में सेम्बकॉर्प एनर्जी, जेपी पावर, अवंता पावर, लैंको, रतन इंडिया, जीएमआर, सीईएससी, वेदांत पावर, जिंदल इंडिया थर्मल शामिल हैं। जिन राज्यों को आयातित कोयला मिलेगा उनमें पंजाब, गुजरात, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, झारखंड और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
सीआईएल शनिवार को जुलाई 2022-जून 2023 की अवधि में डिलीवरी के लिए एक और टेंडर जारी करेगी।
सीआईएल बोर्ड ने 2 निविदाओं को मंजूरी दी
कोल इंडिया ने 2 जून को हुई अपनी बोर्ड की बैठक में विदेशों से कोयले की सोर्सिंग के लिए दो अंतरराष्ट्रीय टेंडर जारी करने को मंजूरी दी थी। इसमें शॉर्ट टर्म और मीडियम टर्म टेंडर था। वित्त वर्ष 2013 की दूसरी तिमाही (जुलाई, अगस्त और सितंबर) के लिए जारी अल्पकालिक निविदाएं अज्ञेयवादी हैं। इसका मतलब है कि कोयले का आयात किसी भी देश से किया जा सकता है।
सीआईएल को कोयला आयात का कोई अनुभव नहीं है
सीआईएल को कोयले के आयात का बिल्कुल भी अनुभव नहीं है, लेकिन फिर भी इसे अंतिम रूप दिया और रिकॉर्ड समय में निविदा जारी की। आयातित कोयले को देश के पूर्वी और पश्चिमी तटों पर स्थित नौ बंदरगाहों के माध्यम से भेजा जाएगा। बोली प्रक्रिया में चयनित सफल एजेंसी सीधे राज्य में जेनको और आईपीपी के बिजली संयंत्रों को कोयला पहुंचाएगी।
95 संयंत्रों में स्टॉक गंभीर स्तर पर
यहां आपको यह भी बता दें कि सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी डेली कोल रिपोर्ट (7 जून 2022) के मुताबिक देश में बिजली की लगातार बढ़ती मांग के बीच 173 थर्मल पावर प्लांट्स में से 95 के पास क्रिटिकल लेवल पर कोल स्टॉक है।
