
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 1016.84 अंक या 1.84% नीचे 54,303.44 पर और निफ्टी 276.30 अंक या 1.68% नीचे 16,201.80 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में इंफोसिस, बजाज फाइनेंस, विप्रो, कोटक बैंक और एचडीएफसी में 2 से 4% की गिरावट आई।
आज सेंसेक्स 560.03 अंक या 1.01% गिरकर 54,760.25 पर और निफ्टी 184.70 अंक या 1.12% गिरकर 16,283.95 पर बंद हुआ था।
मिडकैप और स्मॉलकैप में भी गिरावट
बीएसई मिडकैप 144.73 अंक या 0.64% गिरकर 22,490.32 पर बंद हुआ।
बीएसई स्मॉलकैप 181.85 अंक या 0.70% गिरकर 25,857.42 पर बंद हुआ।
सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट
निफ्टी के सभी सेक्टोरियल इंडेक्स में गिरावट आई। 2.24 फीसदी की सबसे बड़ी गिरावट फाइनेंशियल सर्विसेज में रही। जबकि आईटी इंडेक्स में 2.17% की गिरावट आई है। इसके बाद बैंक, मीडिया, मेटल, रियल्टी और प्राइवेट बैंक में 1% तक की गिरावट आई। वहीं ऑटो, एफएमसीजी, मीडिया, फार्मा और पीएसयू बैंक में मामूली गिरावट है।
बाजार में गिरावट पर एक्सपर्ट की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े अगले हफ्ते आने वाले हैं। इसके अलावा यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने संकेत दिया है कि वह अगले महीने दरों में बढ़ोतरी करेगा और सितंबर तक बड़े बदलाव करेगा। विदेशी फंडों की लगातार कमी और तेल की बढ़ती कीमतों के कारण व्यापार में नुकसान के कारण रुपया भी निचले स्तर पर है। इससे निवेशकों का सेंटीमेंट बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिसमें बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है।
बाजार में मंदी के 5 कारण
1. कमजोर वैश्विक संकेत
गुरुवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। इसका असर भारत समेत एशियाई बाजारों पर दिख रहा था।
2. मुद्रास्फीति की चिंता
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने ईंधन, खाद्य और उर्वरक संकट पैदा कर दिया है।
3. चालू खाता घाटा बढ़ाना
चालू खाता घाटा वित्त वर्ष 22 में 3 साल के उच्च स्तर 1.8% या 43.81 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।
4. एफआईआई सेलिंग
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) लगातार बिकवाली कर रहे हैं। 2022 में उन्होंने 1.80 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।
5. रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर
शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 11 पैसे की गिरावट के साथ 77.85 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था.
