

अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि हरियाणा राज्य में दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान के लिए ‘लाइव मैप’ तकनीक का उपयोग कर रहा है।
हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि इस तकनीक का उपयोग करके लाइव मैप पर ऐसे स्थानों के लिए स्वचालित रूप से एक ग्रिड उत्पन्न होता है और पुलिस को तुरंत उनके बारे में जानकारी मिलती है।
उन्होंने यहां सड़क सुरक्षा कोष प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिया कि लाइव मैप टेक्नोलॉजी के डाटा को पुलिस, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, परिवहन और शहरी स्थानीय निकायों जैसे सभी हितधारक विभागों के साथ साझा किया जाए ताकि इस पर विशेष ध्यान दिया जा सके. ऐसे दुर्घटना संभावित क्षेत्रों पर राज्य भर में सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए।
श्री कौशल ने कहा कि भारी वाहनों द्वारा बार-बार लेन बदलना राजमार्गों पर दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी हाईवे पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था, साइन बोर्ड और सौंदर्यीकरण का काम किया जाए. इसके अलावा, रात के समय ‘ब्लाइंड स्पॉट’ और क्रॉसिंग पर दुर्घटनाओं की संभावना को कम करने के लिए रिफ्लेक्टिव टेप और साइन बोर्ड भी लगाए जाने चाहिए।
