

लखनऊ/उत्तरप्रदेश। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) लव जिहाद और धर्म परिवर्तन का एजेंडा चला रहा था। धार्मिक माहौल बिगाड़ने के लिए विदेश से फंडिंग मिल रही थी। ईडी (ED) की जांच में सबूत मिले हैं। सुरक्षा एजेंसियों को पीएफआई(PFI) के गजवा-ए-हिंद के मंसूबों का भी पता चला है।सामने आया कि एजेंडा लव जिहाद और धर्म परिवर्तन का चल रहा था। लड़कों को साफ तौर पर मैसेज दिया जा रहा था कि हिंदू लड़की से शादी करने वालों को घर-दुकान देंगे। धर्मांतरण कराने वाले को 2 लाख रुपए दिए जा रहे थे। ATS सूत्रों के मुताबिक उत्तरप्रदेश के पीएफआई के सदस्य केरल में दीनी तालीम लेने जाते थे। पूछताछ में सामने आया कि उन्हें हथियार चलाने और बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। यहां वापस आने के बाद ये लोग गांव में पहुंचते थे। इनके टारगेट पर सिर्फ मुस्लिम युवा ही नहीं, गरीब और पिछड़ी जाति के हिंदू लड़के भी हैं। जो पैसों के लिए कुछ भी करने को तैयार है। एटीएस की टीम ने यूपी में गिरफ्तार 8 पीएफआई के पदाधिकारियों से पूछताछ की। टीम इनसे जुड़े दो दर्जन लोगों से पूछताछ कर रही है।पीएफआई के सदस्य प्रदेश में लव-जिहाद, धर्मांतरण और घर में ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करके कौम की शक्ति बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। इसके लिए यह लोग अपनी हर मीटिंग में लगातार बात रखते आए हैं। वहीं इससे जुड़े एजेंडा पर सक्रिय सदस्यों को ट्रेनिंग देते हैं। सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक पीएफआई संगठन प्रदेश में तेजी से अपनी जड़े जमा रहा है। उसने सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए इनामी योजनाए चला रखी है। हिंदू लड़की से शादी करने वाले को घर और दुकान दी जा रही है। वहीं धर्मांतरण कराने वाले हर व्यक्ति के हिसाब से नकद पैसे दिए जा रहे हैं। इसके लिए देश के तमाम मुस्लिम संगठन और धार्मिंक संस्थानों के साथ विदेश भी फंडिंग हो रही है।
