

नववर्ष – 2023 से पहले आकाशीय मंडल में एक बार फिर गुरुवार को मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा पर विशेष खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। फरवरी, 2021 के बाद रातभर आकाश में चांद और मंगल साथ-साथ दिखाई देंगे। बिड़ला तारामंडल के पूर्व निदेशक संदीप भट्टाचार्य के मुताबिक इससे पूर्व शाम को पृथ्वी, मंगल ग्रह और सूर्य के बीच में होगी।
तीनों के एक सीध में आने से इस समय मंगल से यह दूरी दो साल की अवधि के लिए सबसे कम होगी। इससे मंगल की चमक भी बढ़कर माइनस 1.9 मैग्नीट्यूड रहेगी। साथ ही यह अपेक्षाकृत बड़ा और चमकीला दिखाई देगा। उन्होंने बताया कि यह खगोलीय घटना मार्स एट अपोजिशन कहलाती है। भट्टाचार्य के मुताबिक सूर्य पश्चिम दिशा में अस्त होगा व मंगल पूर्व दिशा में उदय होगा। हर 26 महीने में ऐसी घटना होती है। इसे सामान्य आंखों से देखा जा सकेगा।
फिर से 2025 में दिखेगा ऐसा नजारा
भट्टाचार्य ने बताया कि ऐसी घटना अब वर्ष जनवरी 2025 में होगी। इसे बिना किसी यंत्र की मदद से सामान्य आंखों से देखा जा सकेगा। टेलीस्कोप से देखने पर मंगल के ध्रुवीय भाग में बर्फ की टोपी को देखा जा सकता है। वहीं, मंगल की मिट्टी में आयरन ऑक्साइड के कारण यह लाल दिखाई देगी।
