

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में सुबह 11 बजे से अपना पांचवां और देश का 75वां बजट पढ़ना शुरू कीया है। उन्होंने कहा की यह अमृतकाल का पहला बजट है। कोविड में 2 लाख करोड़ का मुफ्त अनाज दिया गया और अब भी दिया जा रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था पिछले नौ वर्षों में दुनिया में दसवें स्थान से पांचवें स्थान पर पहुंच गई है। प्रदेश के सहयोग से पर्यटन को बढ़ावा मिशन मोड में दिया जायेगा। इस बजट में देश के आर्थिक विकास और अर्थव्यवस्था से जुड़े कई फैसले लिए गए हैं।
युवाओं को पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार दिया जाएगा। फार्मास्युटिकल सेक्टर को बढ़ावा दिया जाएगा। ईस के साथ ही देश में 157 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे, मछुआरों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की जाएगी, ईस के अलावा बच्चों के लिए राष्ट्रीय स्तर की डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जाएगी।
निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘यह अमृतकाल का पहला बजट है। अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंदी के बावजूद आर्थिक विकास दर 7 फीसदी पर कायम रही, यह बजट जरूरतमंदों के लिए है। अनेक महान उपलब्धियों के कारण विश्व में भारत का कद बढ़ा है। कोविड के दौरान हमने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी मुफ्त राशन लेकर भूखा न सोए।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंच रहा है। मुफ्त भोजन योजना अगले एक साल तक जारी रहेगी। पिछड़े वर्ग के लोगों को विभिन्न सहायता की घोषणा। भारत में पर्यटन बहुत बड़ा है और इस क्षेत्र में युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार देने का प्रयास किया जाएगा।
