

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्य क्षमता की अक्सर चर्चा होती है। 72 साल की उम्र में भी वह कितने एक्टिव हैं, इसका अंदाजा उनके चार दिनों के शेड्यूल से लगाया जा सकता है। बता दें कि पीएम मोदी का 10 से 13 फरवरी तक चार दिनों का बेहद व्यस्त कार्यक्रम है जिसमें प्रधानमंत्री 10 जनसभाएं कर रहे हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के अगरतला से मुंबई और लखनऊ से बेंगलुरू तक के ये दौरे देश के कोने-कोने में होते हैं।
पीएम का अगरतला से मुंबई और लखनऊ से बेंगलुरु का दौरा
बता दें कि 10 फरवरी को पीएम ने दिल्ली से लखनऊ की यात्रा की और उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का उद्घाटन किया। इसके बाद वे मुंबई गए और मुंबई में वंदे भारत ट्रेन और सड़क परियोजना को हरी झंडी दी और फिर शहर में अलजामी-तुस-सैफियाह के नए परिसर का उद्घाटन किया। इसके बाद वे दिल्ली आए और उन्होंने दिन में कुल 2700 किमी की दूरी तय की। इसके बाद उन्होंने 11 फरवरी को त्रिपुरा का दौरा किया। वहां उन्होंने अंबासा और राधाकिशोरपुर में दो जनसभाओं को संबोधित किया। इसके बाद वह राष्ट्रीय राजधानी लौट आए। यानी उन्होंने एक दिन में 3000 किमी से ज्यादा की दूरी तय की।
10 फरवरी से 13 फरवरी तक चार दिवसीय बेहद व्यस्त कार्यक्रम
12 फरवरी यानी आज प्रधानमंत्री दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती पर साल भर चलने वाले समारोह का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह विभिन्न राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए दौसा, राजस्थान जाएंगे। वह दौसा में दो जनसभाओं को संबोधित करने के बाद सीधे बेंगलुरु के लिए भी रवाना होंगे। आज देर रात वहां पहुंचेंगे। यानी कुल 1750 किलोमीटर की दूरी आज तय की जाएगी।
गौरतलब हो कि 13 फरवरी की सुबह पीएम बेंगलुरू में एयरो इंडिया 2023 का उद्घाटन करेंगे और वहां से वह त्रिपुरा के लिए रवाना होंगे जहां वह दोपहर में अगरतला में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद कुल 3350 किमी से अधिक की दूरी तय कर प्रधानमंत्री दिल्ली लौट आएंगे।
इस प्रकार 90 घंटे से भी कम समय में, पीएम मोदी ने दस जनसभाओं को संबोधित किया होगा और नागरिकों के लाभ के लिए कई विकास पहलों की शुरुआत की होगी और इन सबके लिए प्रधानमंत्री ने 10,800 किमी से अधिक की यात्रा की होगी।
