
भारतीय फिल्म उद्योग में कुछ ही कलाकार ऐसे होते हैं जो भाषाओं की सीमाओं को तोड़कर दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना लेते हैं। ऐसी ही एक अभिनेत्री हैं तमन्ना भाटिया, जिन्हें उनके शानदार अभिनय, मनमोहक सुंदरता और बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता है। ‘मिल्की ब्यूटी’ के नाम से मशहूर तमन्ना ने सिर्फ दक्षिण भारतीय सिनेमा में ही नहीं, बल्कि हिंदी फिल्म जगत में भी अपनी पहचान बनाई है। आइए, उनकी इस शानदार यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ावों को करीब से जानते हैं।
प्रारंभिक जीवन और अभिनय की चिंगारी
तमन्ना भाटिया का जन्म 21 दिसंबर 1989 को मुंबई में संतोष और रजनी भाटिया के घर हुआ था। उनका परिवार सिंधी मूल का है। मुंबई में पली-बढ़ी तमन्ना ने अपनी स्कूली शिक्षा मानेकजी कूपर एजुकेशनल ट्रस्ट स्कूल से पूरी की। बचपन से ही तमन्ना को अभिनय और नृत्य का शौक था। 13 साल की छोटी उम्र में ही उन्होंने स्टेज पर काम करना शुरू कर दिया था और जल्द ही एग्लिश् पब्लिशिंग हाउस (EGLISH Publishing House) के एक नाटक में भी हिस्सा लिया। इसी दौरान उन्हें गायक अभिजीत सावंत के एल्बम “लफज़ों में” के एक म्यूजिक वीडियो में काम करने का मौका मिला, जो उनके करियर का पहला कदम साबित हुआ। यह एक ऐसा पल था जब उन्हें एहसास हुआ कि उनकी मंजिल अभिनय की दुनिया में है।
दक्षिण सिनेमा में शानदार आगाज़
तमन्ना भाटिया ने 2005 में मात्र 15 साल की उम्र में हिंदी फिल्म ‘चाँद सा रोशन चेहरा’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई। लेकिन तमन्ना ने हार नहीं मानी और दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग की ओर रुख किया।
उनकी किस्मत चमकी 2005 में ही रिलीज़ हुई तेलुगु फिल्म ‘श्री’ से, जिसके बाद 2006 में उन्होंने तमिल फिल्म ‘केडी’ में काम किया। लेकिन उन्हें असली पहचान और सफलता मिली 2007 में आई तेलुगु फिल्म ‘हैप्पी डेज़’ और तमिल फिल्म ‘कल्लूारी’ से। इन फिल्मों ने उन्हें दक्षिण भारत में एक स्थापित अभिनेत्री के तौर पर पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कई सफल तमिल और तेलुगु फिल्मों का हिस्सा बनीं, जिनमें ‘कोण्डावट्टिकोडी’ (2007), ‘पय्या’ (2010), ‘सिराइ’ (2010), ‘100% लव’ (2011), ‘थडाका’ (2013) और ‘बाहुबली: द बिगिनिंग’ (2015) जैसी फिल्में शामिल हैं।

‘बाहुबली’ ने बनाया ग्लोबल स्टार
तमन्ना के करियर का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ एस.एस. राजामौली की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘बाहुबली: द बिगिनिंग’ (2015) साबित हुई। इस फिल्म में अवंतिका के उनके किरदार ने उन्हें सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई। फिल्म की अपार सफलता ने तमन्ना को एक ग्लोबल स्टार बना दिया। ‘बाहुबली’ फ्रेंचाइजी की अगली कड़ी ‘बाहुबली 2: द कॉन्क्लूज़न’ (2017) में भी उन्होंने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। इन फिल्मों ने उन्हें न केवल व्यावसायिक सफलता दिलाई, बल्कि उनके अभिनय कौशल को भी साबित किया।
हिंदी सिनेमा में वापसी और व्यक्तिगत जीवन
‘बाहुबली’ के बाद तमन्ना ने एक बार फिर हिंदी फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाई। उन्होंने अजय देवगन के साथ ‘हिम्मतवाला’ (2013) में काम किया, जो बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही। इसके बाद उन्हें अक्षय कुमार के साथ ‘एंटरटेनमेंट’ (2014) और नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ ‘बोले चूड़ियां’ (2020) में भी देखा गया। हाल के वर्षों में उन्होंने हिंदी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी कदम रखा है, जहां उनके काम को काफी सराहा गया है।
अपने व्यक्तिगत जीवन को लेकर तमन्ना हमेशा से ही काफी प्राइवेट रही हैं। हालांकि, हाल ही में अभिनेता विजय वर्मा के साथ उनके रिश्ते की खबरें सुर्खियों में रही हैं, जिसे तमन्ना ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है। यह उनके फैंस के लिए एक खुशी की खबर है, क्योंकि वे अक्सर उनकी निजी जिंदगी के बारे में जानने को उत्सुक रहते हैं।
पुरस्कार और योगदान
अपने करियर के दौरान तमन्ना ने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें कई फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ के लिए नामांकन और अन्य प्रतिष्ठित सम्मान शामिल हैं। उन्होंने केवल ग्लैमर इंडस्ट्री में ही काम नहीं किया है, बल्कि विभिन्न सामाजिक कार्यों और ब्रांड एंडोर्समेंट के माध्यम से भी समाज में योगदान दिया है। उन्हें अक्सर अपनी फिटनेस और स्वस्थ जीवन शैली के लिए भी जाना जाता है।
तमन्ना भाटिया एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा के दम पर फिल्म उद्योग में अपनी एक अलग जगह बनाई है। भाषाओं की सीमाओं से परे जाकर उन्होंने खुद को एक बहुमुखी कलाकार के रूप में साबित किया है और आज वह भारतीय सिनेमा का एक चमकता सितारा हैं। उनकी यात्रा लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो उन्हें बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
