

उत्तर प्रदेश में इस वर्ष रावण दहन और दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए हादसों में 13 लोगों ने अपनी जान से हाथ धो लिया। इन 13 में से दस लोगों की मौत दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डूबने के कारण हो गयी वहीँ 3 लोगों की मौत रावण दहन और रामलीला के दौरान करंट लगने से हो गयी। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की पूरे प्रदेश में इस वर्ष 38600 दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना की गयी थी जिनमे से अभी तक 35960 प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा चुका है और शेष बची 2,644 प्रतिमाओं का विसर्जन में आगे आने वाली तिथियों में किया जाएगा। वहीँ दूसरी तरफ पूरे प्रदेश में इस वर्ष कुल 1919 रावण के पुतले दहन के लिए रखे गए थे जिनमे से 1859 पुतलों का दहन किया जा चूका है बाकी के 60 पुतलों का दहन भी आगे आने वाली तारीखों में किया जाएगा।
अपर पुलिस महानिदेशक ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान इस वर्ष प्रदेश में आगरा में तीन, गोरखपुर व बाराबंकी में दो-दो, जौनपुर, प्रयागराज और ललितपुर में एक-एक व्यक्तियों के डूबने की खबर है। वहीँ प्रशांत कुमार ने आगे जानकारी देते हुए बताया की इस साल रामलीला मंचन व पुतला दहन के दौरान बाराबंकी में दो और बस्ती में एक व्यक्ति की मौत हुई है। प्रशांत कुमार के अनुसार त्योहारों के इस मौसम में प्रदेश में पुलिस द्वारा विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय की तरफ से पुलिस प्रबंध और चौकसी की लगातार मानीटरिंग की जा रही है ताकि शासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन कराया जा सके।
